रमज़ान बड़ी बरकतों वाला महीना है। इसमें 29 या 30 दिन होते हैं। इनको तीन अशरों में बांटा गया है। पहला अशरा रहमत वाला, दूसरा अशरा मग्िफरत वाला और तीसरा अशरा जहन्नम की आग से खलासी का है। हर अशरे को 10 दिनों में बांटा जाता है।
शुरू के 10 दिन अल्लाह अपने बंदों पर रहमत फरमाता है। जो लोग अल्लाह की इस रहमत का शुक्र अदा करते हैं, उनके लिए इस रहमत में इज़ाफा होता है। बीच के 10 दिन मग्िफरत के रहते हैं, इसलिए कि रोज़ों का कुछ हिस्सा गुजर चुका है। इन दिनों अल्लाह अपने बंदों को माफी देता है। आखरी के 10 दिन आग से खलासी के हैं।