* आपकी गोदी में या 'स्लिंग' में घूमते-घूमते सोना पसंद करे।* 'प्रैम' या 'स्ट्रॉलर' में बैठकर आगे-पीछे हिलाए जाते हुए सोना चाहे।ऐसी बातें दोहराने से आपके शिशु को सोने में पहले हफ्ते-दस दिन के दौरान एक घंटे तक का समय लग सकता है। धीरे-धीरे शिशु को इस बात की समझ होने लगेगी कि 'चलो सोने का वक्त हुआ। महीने-डेढ़ महीने में ही अधिकतर शिशुओं को उनकी पसंद की कोई भी बात दोहराने के 2-3 मिनट के भीतर ही आश्चर्यजनक ढंग से नींद आने लगती है।
* यह पक्का कर लें कि शिशु के कमरे में अंधेरा हो, ताकि उसे यह न लगे कि अभी दिन ही चल रहा है।
* आहार देते समय बत्तियाँ बुझा दें।
* नैपियों को तेजी से बदलें, शिशु की पीठ थपथपाएँ और फिर उसके साथ बिना खेले या बोले उसे वापस बिस्तर में लिटा दें, ताकि उसे दिन से कुछ अलग व्यवहार लगे।
* यह देख लें कि शिशु को कोई परेशानी न हो और उस पर अच्छी तरह ओढ़ना पड़ा हुआ हो।
* अपने शिशु को हर रात उसी कमरे में उसी बिस्तर पर लिटाएँ।