कहते हैं रोग का इलाज करने से अच्छा है रोग से बचाव। यदि दिल को स्वस्थ रखने के दस सुनहरे सूत्रों का पालन किया जाए तो कभी दिल के रोगी कहलाने की नौबत ही ना आए।
1. नियमित व्यायाम करें।
2. अपना वजन संतुलित रखें।
3. तनाव कम करें।
4. भरपूर नींद लें। (कम से कम छः से आठ घंटे)
5. धूम्रपान न करें, तंबाकू सेवन से बचें।
6. मदिरापान न करें।
7. भोजन से वसा की मात्रा कम करें और सलाद तथा फलों की मात्रा बढ़ा दें।
8. 40 की उम्र पार करने के बाद अपने चिकित्सक से नियमित संपर्क में रहें। उसकी सलाह पर जीवन शैली और खानपान निर्धारित करें।
9. नियमित अंतराल के बाद खून की जाँच कराएँ। इसमें शुगर और कोलेस्ट्रोल की जाँच से आने वाले खतरे पर निगाह रखी जा सकती है।
10. उम्र अगर 45 साल से अधिक हो रही हो तो वर्ष में एक बार हृदय संबंधी पूरी जाँच एक बार अवश्य कराएँ।