Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

बुखार भी आपका मददगार

हमें फॉलो करें बुखार भी आपका मददगार
ND
यह सुनकर आपको अजीब जरूर लगेगा, लेकिन यह सच है कि बुखार भी आपका मददगार हो सकता है, जैसे कभी-कभी दर्द भी आपका मददगार होता है। ये वे लक्षण हैं जो किसी रोग के निदान में मदद करते हैं। इसके अलावा ये आपको आराम करने को भी मजबूर कर देते हैं, जो स्वस्थ होने के लिए जरूरी है। मगर अब पता चला है कि बुखार की भूमिका इससे भी कहीं अधिक है।

बुखार का मतलब यही है कि आपके शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा हो जाए। ऐसा कई कारणों से हो सकता है। न्यूयॉर्क के रोसवेल पार्क सेंटर इंस्टीट्यूट के शैरॉन ईवान्स और उनके सहयोगियों ने पता लगाया है कि बढ़ा हुआ तापमान आपके प्रतिरक्षा तंत्र को संक्रमण की खोज करने व उसका सफाया करने में मदद करता है।

शैरॉन व उनके साथियों ने कुछ चूहों में बुखार जैसी हालत पैदा करने के लिए उन्हें 39.5 डिग्री सेल्सियस पर रखा। सामान्यतः उनके शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है। बढ़े हुए तापमान का असर यह हुआ कि चूहों की लसिका ग्रंथियों में से गुजरने वाली लसिका कोशिकाओं (लिम्फोसाइट्स) की संख्या में जबर्दस्त वृद्धि हो गई।

webdunia
ND
दरअसल जब ये लिम्फोसाइट्स लसिका ग्रंथियों में से गुजरते हैं तब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यह जाँच करती है कि उनमें से किन लिम्फोसाइट्स ने किसी संक्रमणकारी को पहचाना है या उसका सामना किया है। जिस लिम्फोसाइट्स ने किसी संक्रमणकारी चीज को पहचाना है, उस किस्म के लिम्फोसाइट की तादाद में तेजी से वृद्धि होने लगती है। यह बढ़ी हुई तादाद खून की नलियों में पहुँचती है और संक्रामक चीज का मुकाबला करती है। यानी बढ़ा हुआ तापमान शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

ऐसा प्रतीत होता है कि बुखार की वजह से लसिका ग्रंथियों में कोशिकाएँ अधिक सक्रिय हो जाती हैं। अपनी सक्रियता से वे अधिक से अधिक लिम्फोसाइट्स को आकर्षित करती हैं और इसके चलते ज्यादा से ज्यादा लिम्फोसाइट्स ग्रंथि में से होकर गुजरने लगते हैं। नेचर इम्यूनॉलॉजी नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित शोध पत्र में ईवान्स व उनके दल ने मत व्यक्त किया है कि इससे हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को संक्रमण से लड़ने में निश्चित मदद मिलती होगी।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi