सम्पतलाल एक होटल में पहुँचे और बड़े आत्मविश्वास से ऑर्डर देकर खूब महँगा खाना मँगाया और अंधाधुंध खाया। जब वेटर मंगू बिल लेकर आया तो डकार लेकर बोले - 'मेरे पास एक भी पैसा नहीं है।' मैनेजर ने यह सुना तो आकर सम्पतलाल की जमकर मरम्मत कर दी। पूरे बीस मिनट तक लातों, घूँसों, झापड़ों और लप्पड़ो का हंगामेदार सत्र चला। अंत में जब सम्पतलाल को धक्का देकर वहाँ से निकाला जा रहा था, वेटर मंगू ने झट आगे बढ़कर सम्पतलाल को दो चाँटे जड़ दिए। |
सम्पतलाल एक होटल में पहुँचे और बड़े आत्मविश्वास से ऑर्डर देकर खूब महँगा खाना मँगाया और अंधाधुंध खाया। जब वेटर मंगू बिल लेकर आया तो डकार लेकर बोले - 'मेरे पास एक भी पैसा नहीं है।' |
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मैनेजर ने डाँटा - अरे जब मैं मार चुका तुम क्यों मारते हो?'
मंगू बोला - आप अपना बिल तो वसूल कर चुके। अब मुझे भी अपनी टिप लेने दीजिए।