होली की पौराणिक-प्रामाणिक कथा
पौराणिक कथा में होली का महत्व
होली की पौराणिक (प्रामाणिक) कथा के अनुसार इस पर्व को मनाने की शुरुआत हिरण्यकश्यप के जमाने से होना मानी जाती है। हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद भगवान के अनन्य भक्त थे। उनकी इस भक्ति से पिता हिरण्यकश्यप नाखुश थे।