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सेहत और सौंदर्य का मिश्रण : हल्दी

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* हल्दी का तेल एलर्जी रोग में काफी गुणकारी माना गया है।


* हल्दी में कृमिनाशक गुण है। यदि पेट में कीड़े हो जाएँ, तो कच्ची हल्दी का 1 चम्मच रोज सुबह खाली पेट लेना चाहिए। चाहें, तो इसमें चुटकीभर नमक मिला सकते हैं। यह प्रयोग 1 सप्ताह तक करें। इससे बच्चों के पेट के कीड़े मल के साथ बाहर निकल जाएँगे।


* हल्दी में पर्याप्त मात्रा में लौह तत्व होता है, जो कि रक्त निर्माण में मददगार होता है।


* हल्दी में विषनाशक गुण भी है। यदि कोई विषैला कीड़ा-मकोड़ा काट ले, तो हल्दी को घिस कर लेप तैयार कर लें तथा उसे गरम करके लगाएँ।


* नेत्र संबंधी विकारों में भी हल्दी गुणकारी है। आधा कप गुलाबजल में चुटकीभर हल्दी तथा फिटकरी मिला कर 2-2 बूंद आँखों में टपकाने से आँखों का संक्रमण दूर होता है।


* इनफ्ल्यूएंजा होने पर 1 गिलास पानी में 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर तथा चौथाई चम्मच अजवाइन चूर्ण मिला कर काढ़ा बना लें तथा इसमें 2 चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से लाभ होता है।


* यदि दमा रोग से पीड़ित हों, तो दूध में हल्दी चूर्ण मिला कर सुबह-शाम लेना चाहिए।


* हड्डी टूट जाने, मोच आ जाने या भीतरी चोट आने पर हल्दी का लेप करना चाहिए अथवा गरम दूध में हल्दी मिला कर पीना चाहिए।


* यदि पेट में कीड़े हो गए हों, तो गुड़ और हल्दी मिला कर सेवन करने से वे मर जाते हैं।


* चर्म रोगों में भी हल्दी औषधि का काम करती है। इसके फूलों का पेस्ट बना कर प्रभावित भाग पर लेप करना चाहिए।

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* हल्दी का सेवन रक्त विकार दूर करता है।

* पीलिया रोग में छाछ में हल्दी घोल कर सेवन करने से भी लाभ होता है।

* मुंह में छाले हो जाने पर हल्दी पाउडर को गुनगुना करके छालों पर लगाएँ अथवा गुनगुने पानी में हल्दी पाउडर घोल कर उससे कुल्ला करें।

* खाँसी से निजात पाने के लिए हल्दी की एक छोटी सी गांठ मुँह में रख कर चूसना चाहिए।

* यदि गले में कफ अटकता हो, तो हल्दी को दूध में उबाल कर पिएँ।

* यदि कान का दर्द सताए, तो सफेद फिटकरी और हल्दी की 1-1 ग्राम मात्रा लेकर पीस लें तथा छान कर उसकी 1-1 चुटकी कानों में डालें। बहते कान की रामबाण दवा है।

* बवासीर में तो यह किसी चमत्कारिक औषधि से कम नहीं। हल्दी की भूनी हुई गांठ के चूर्ण को ग्वारपाठे के गूदे के साथ लेना चाहिए। चाहे तो इस पेस्ट को गुनगुना करके बवासीर के मस्सों पर लगा भी सकते हैं। इससे काफी लाभ होता है।

* चेहरे पर व्याप्त अनावश्यक दाग-धब्बे और झांइयाँ मिटाने के लिए हल्दी और काले तिल को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें तथा उसका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगाएँ।

* सनबर्ग यानी सूर्य की तपन से यदि त्वचा झुलस जाए या काली पड़ जाए, तो हल्दी पाउडर में बादाम का चूर्ण तथा दही मिला कर प्रभावित भाग पर लगाएँ।

* दाँतों के पीलेपन व पायरिया को दूर करने के लिए हल्दी में सेंधा नमक व सरसों का तेल मिला कर मलना चाहिए।

* सर्दियों में कच्चे दूध में हल्दी पाउडर मिला कर शरीर पर लेप करने से त्वचा में निखार आ जाता है। यदि पैरों में बिवाइयाँ हो रही हों, तो उन पर सरसों का तेल लगाएँ तथा ऊपर से थोड़ा सा हल्दी पाउडर डाल दें।

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