Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

एक ही मुद्दे तक सीमित न रहे भारत-कुरैशी

हमें फॉलो करें एक ही मुद्दे तक सीमित न रहे भारत-कुरैशी
न्यूयॉर्क (भाषा) , सोमवार, 28 सितम्बर 2009 (09:12 IST)
पाक भारत के साथ रचनात्मक और सार्थक बातचीत करना चाहता है, लेकिन दोनों पड़ोसी देशों के बीच वार्ता एक ही मुद्दे ‘आतंकवाद या मुंबई’ तक सीमित नहीं रहना चाहिए।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यहाँ कहा कि हम अपनी वार्ता को एक ही मुददे ‘आतंकवाद या मुंबई’ तक सीमित नहीं रख सकते। निश्चित तौर पर हम आतंकवाद और मुंबई पर बात करते हैं, लेकिन सभी लंबित मुद्दे मिल कर समग्र वार्ता बनाते हैं।

भारसरकाजनमदबामें : अपने भारतीय समकक्ष एसएम कृष्णा के साथ दो घंटे की वार्ता के बाद कुरैशी ने दावा किया कि भारत सरकार भी वार्ता करना चाहती है, लेकिन वह अपने जनमत के कारण दबाव में है और अधिक आगे कदम नहीं बढ़ा रही।

उन्होंने कहा मैंने मुंबई के पहले की स्थितियों पर वार्ता की, मैंने मुंबई हादसे से पैदा हुई समस्याओं के बारे में बात की। और मैंने आगे की राह के बारे में भी बात की।

कुरैशी ने कहा मैंने अपने समकक्ष को आगे बढ़ने के रास्ते और भविष्य के लिए एक खाके की पेशकश की है, क्योंकि हम इस बात को लेकर बेहद स्पष्ट हैं कि आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता बातचीत है।

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को सृजनात्मक और सार्थक वार्ता करना चाहिए और उन्हें कुछ मुद्दों पर चर्चा करने और अन्य पर चर्चा नहीं करने का रुख अख्तियार नहीं करना चाहिए।

26/11 के आरोपियों पर तीन अक्टूबर से मुकदमा : कुरैशी ने कहा मैंने कृष्णा को मुंबई मामले में पाकिस्तान द्वारा की गई प्रगति से अवगत कराया। हमने नरसंहार की साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई पर हमला करने के लिए भारत द्वारा आरोपी ठहराए गए सात लोगों के खिलाफ तीन अक्टूबर से मुकदमा शुरू होगा।

पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी एक अदालत ने शनिवार को मुंबई हमलों में शामिल होने के सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई तीन अक्टूबर तक स्थगित कर दी थी।

कुरैशी ने हाफीज सईद के मुद्दे पर कहा सईद से पाकिस्तान में पूछताछ की जा रही है और हम दिए गए सुरागों की जाँच कर रहे हैं। उन्होंने कृष्णा के साथ वार्ता को ‘बेहद सृजनात्मक, सकारात्मक, खुली और ईमानदार’ करार दिया और कहा मैंने भारतीय विदेश मंत्री को बेहद स्पष्ट तरीके से पाकिस्तान के उद्देश्यों और नीति के बारे में बताया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के उद्घाटन सत्र में कृष्णा के बयान पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा मैं इस बयान का स्वागत करता हूँ, क्योंकि पाकिस्तान भी अपने पड़ोसी के साथ अच्छे संबंध चाहता है।

गौरतलब है कि कृष्णा ने कहा था-भारत पाकिस्तान के साथ सार्थक वार्ता के जरिये सभी मुद्दों का हल चाहता है। कुरैशी ने कहा मैंने परस्पर संपर्क के लाभ पर चर्चा की।

पाकिस्तानी विदेशी मंत्री ने कहा कि उन्होंने वार्ता के दौरान जम्मू-कश्मीर, सियाचिन, सर क्रीक, वुल्लर और जल मुद्दों के साथ क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा की। उन्होंने कहा हमने भारत सरकार को प्रस्ताव सौंप दिया है और वह इस पर विचार कर रही है।

उन्होंने जाँच का विवरण देते हुए कहा कि अब तक इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, 20 फरार हैं और 102 लोगों से पूछताछ की गई है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि इस्लामाबाद अपनी कमजोरी के कारण भारत के साथ एक बार फिर वार्ता शुरू नहीं करना चाहता, बल्कि ‘यह हमारा विचारसम्मत मत है और आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।

उन्होंने कहा-वार्ता के अलावा और कोई भी कदम आत्मघाती साबित होगा। मैं हिंदुस्तान के लोगों तक पहुँच बनाने का इच्छुक हूँ। अगर भारत के विदेश मंत्री और विदेश सचिव पाकिस्तान आने के लिए तैयार नहीं हैं तो हम नई दिल्ली जाने को तैयार हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi