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पाकिस्तान का राजनीतिक घटनाक्रम

हमें फॉलो करें पाकिस्तान का राजनीतिक घटनाक्रम
इस्लामाबाद (वार्ता) , शनिवार, 3 नवंबर 2007 (22:46 IST)
पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा आपातकाल लगाए जाने के बाद से से देश में आगामी जनवरी से प्रस्तावित आम चुनाव खटाई में पड़ गए हैं। पाकिस्तान में हाल के महीनों में घटी प्रमुख राजनीतिक घटनाएँ इस प्रकार हैं-

नौ मार्च 2007 : जनरल मुशर्रफ ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी को दुर्व्यवहार के आरोपों में निलंबित किया। वकील ने मुख्य न्यायाधीश के समर्थन में आ जुटे। लोकतंत्र समर्थक अभियान तेज होने से जनरल मुशर्रफ की लोकप्रियता का ग्राफ तेजी से गिरा।

10 जुलाई 2007 : एक सप्ताह की घेराबंदी के बाद जनरल मुशर्रफ ने सैनिकों को इस्लामाबाद स्थित लाल मस्जिद में तालिबान समर्थक आतंकवादियों के सफाए का आदेश दिया। इस कार्रवाई में कम से कम 105 लोग मारे गए। इससे मजहबी कट्‍टरपंथियों का गुस्सा भड़का तथा आतंकवादी और आत्मघाती हमलों में बढ़ोतरी हुई।

20 जुलाई 2007 : सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश जस्टिस चौधरी को बहाल करने का आदेश। यह जनरल मुशर्रफ के लिए एक झटका था।

27 जुलाई 2007 : जनरल ने अबू धाबी में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो से मुलाकात कर देश में असैनिक लोकतंत्र बहाली के तौर तरीको पर चर्चा की। सुश्री भुट्टो ने शर्त रखी कि जनरल मुशर्रफ सेना प्रमुख के पद से इस्तीफा दें। चर्चा बेनतीजा रही।

10 सितंबर 2007 : आठ वर्ष पूर्व जनरल मुशर्रफ द्वारा तख्तापलट कर निर्वासित किए गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ जब सुप्रीम कोर्ट की अनुमति मिलने पर स्वदेश लौटे तो उन्हें इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर जबरन फिर सऊदी अरब भेज दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने शरीफ को जबरन निर्वासित किए जाने को अवमानना मानकर दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।

दो अक्टूबर 2007 : जनरल मुशर्रफ ने सेना प्रमुख को मनोनीत कर दिसंबर 2003 में पद से हटने के किए गए अपने वादे को निभाने की दिशा में बढ़े। सरकार ने सुश्री भुट्टो पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को वापस लेने की घोषणा कर उनके स्वदेश लौटने का रास्ता साफ किया।

19 अक्टूबर 2007 : आठ वर्ष के स्वनिर्वासन से सुश्री भुट्टो की स्वदेश वापसी पर कराची में निकाले गए जुलूस के दौरान आत्मघाती बम हमले में 139 से ज्यादा लोग मारे गए।

दो नवंबर 2007 : सुप्रीम कोर्ट ने जनरल मुशर्रफ को सेना प्रमुख रहते हुए गत छह अक्टूबर को ससंद द्वारा दोबारा निर्वाचित किए जाने के योग्य होने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फिर से सुनवाई शुरू की। उनका वर्तमान कार्यकाल 15 नवंबर को समाप्त हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि जुलाई में लाल मस्जिद में सेना के घुसने के बाद से करीब आठ सौ लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें से आधे की आत्मघाती बम हमलों में मौत हुई है।

तीन नवंबर 2007 : जनरल मुशर्रफ ने देश में आपातकाल लागू किया।

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