एक रूसी प्रोब बुधवार को तीन साल के मिशन पर मंगल ग्रह के लिए रवाना हो गया। यह प्रोब मंगल ग्रह के चंद्रमा फोबोस का नमूना इकट्ठा कर पृथ्वी पर वापस आएगा।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि फोबोस-ग्रुंट प्रोब कजाखस्तान के बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से जेनिट-2 एसबी रॉकेट के जरिए भारतीय समयानुसार एक बजकर 46 मिनट पर रवाना हो गया।
रूस को आशा है कि सोवियत संघ के विघटन के बाद ग्रहों की जानकारी लेने वाला यह उसका पहला सफल मिशन होगा।
मिशन को नियंत्रित कर रहे लोगों ने बताया कि प्रारंभिक प्रक्षेपण बहुत आसानी से संपन्न हो गया और फोबोस-ग्रुंट पृथ्वी के अपने प्रारंभिक कक्षा में प्रवेश कर गया। उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रोब मंगल ग्रह की तरफ बढ़ेगा।
यदि सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार रहा तो फोबोस-ग्रुंट वर्ष 2012 तक मंगल ग्रह पहुंच जाएगा और उसके बाद प्रोब अपने उप यान को वर्ष 2013 में फोबोस पर भेजेगा। यह उप यान फोबोस की सतह पर कुछ खुदाई करने के बाद अगस्त 2014 में पृथ्वी पर वापस लौट आएगा। (भाषा)