गोविंद चौधरी
रंगबिरंगी फुलवारी सुंदर-सुंदर प्यारी-प्यारी
लाल-नीले फूलों वाली, लगती कितनी प्यारी-प्यारी।
फूल सदा मुस्काते हैं, हमको यही बताते हैं।
मीठे बोल सदा ही कहना, उपवन को महकाते रहना।
फूलों से हमने हँसना सीखा, फूलों के बिना यह जग फीका।
शिशु मंदिर की फुलवारी के, हम नन्हे प्यारे फूल हैं।
जीवन फूलों की क्यारी है, रंगबिरंगी फुलवारी है।