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मकड़ी के जहर से बनेगी वियाग्रा!

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लंदन , बुधवार, 9 मार्च 2011 (10:39 IST)
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अगर बिस्तर पर एक मकड़ी दिख जाए तो लोगों की साँसें अटक जाती हैं लेकिन यही खतरनाक मकड़ी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन ठीक करते हुए चार घंटे की सेक्स उत्तेजना बरकरार रखे तो आप क्या कहेंगे।

जी हाँ, काटने पर मड़ी बेशक तीखा दर्द देती हो लेकिन एक ताजा शोध में इसके विष में पाए जाने वाले ऐसे पदार्थों की खोज हुई है जिससे वियाग्रा का बाप बनाया जा सकता है।

मेडिकल कॉलेज ऑफ जॉर्जिया के वैज्ञानिकों ने इस महत्वपूर्ण खोज को अंजाम देते हुए बताया है कि आर्म्ड स्पाइडर या फोनियूट्रिया स्पाइडर नाम की इस मकड़ी के विष में कई अणुओं का समृद्ध मिश्रण मौजूद होता है जो विविध गतिविधियों के साथ क्रिया कर अद्भुत असर दिखाता है।

हालाँकि सीधे इस मकड़ी के काट लेने से कई तरह के साइड इफेक्ट हैं लेकिन इसके जहर से विकसित दवा लेने से महिला-पुरुष दोनों की सेक्स उत्तेजना में बेतहाशा बढ़ोतरी हो सकती है।

दरअसल, यह मकड़ी जिसे आर्म्ड स्पाइडर, बनाना स्पाइडर जैसे कई नामों से जाना जाता है बहुत विषैली होती है। प्रमुख शोधकर्ता डॉ. किनिया नूनस ने बताया कि जब यह स्पाइडर किसी पुरुष को काटती है तो उसी समय उसे प्राइपिज्म लग जाता है।

प्राइपिज्म ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष का लिंग दर्द के साथ लगातार कई घंटों तक उत्तेजित रहता है। इस जबर्दस्त उत्तेजना के कारण आदमी की माँसपेशियों पर नियंत्रण समाप्त हो जाता है। इसके अलावा तीव्र दर्द और साँस लेने में तकलीफ होती है।

अगर आदमी का तत्काल इलाज नहीं किया जाए तो ऑक्सीजन की कमी के कारण वह मर सकता है। लेकिन इस खतरनाक विष का अनोखे ढंग से इस्तेमाल करके सेक्सुअल डिस्फंक्शन से लड़ने के लिए कारगर हथियार बनाया जा सकता है जो महिला-पुरुष दोनों के लिए असरदायक होगा। (एजेंसियाँ)

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