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अमेरिकी मीडिया मनमोहन सिंह पर फिदा

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वॉशिंगटन , गुरुवार, 26 अगस्त 2010 (18:27 IST)
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अमेरिकी मीडिया का मानना है कि संसद में परमाणु दायित्व विधेयक पारित होने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की स्थिति पहले से मजबूत हुई है। इस विधेयक के भारतीय संसद में पारित हो जाने के बाद अमेरिकी कंपनियों को अपने यूरोपीय प्रतिद्वंद्वियों से 100 अरब डॉलर के भारतीय परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा का अवसर मिलेगा।

अमेरिकी मीडिया ने कहा है कि विधेयक के पारित होने से मनमोहन सिहं अपने उस संकल्प को पूरा करने में कामयाब रहे हैं जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से पहले विधेयक पारित कराकर भारत अमेरिका असैन्य परमाणु समझौता का मार्ग प्रशस्त करने का वादा किया था।

वॉल स्ट्रीट जनरल ने इसे डॉ. सिंह की व्यक्तिगत जीत बताते हुए कहा है कि इस विधेयक के पारित होने से भारत में ऊर्जा के लिहाज से महत्वपूर्ण परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में विदेशी निवेश का रास्ता साफ होगा।

जरनल ने कहा है ‍कि यदि विधेयक उच्च सदन में पारित हो जाता है जिसकी कि उम्मीद पहले से है तो परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों जीई हिताची न्यूक्लियर एनर्जी, वेस्टिंग हाउस इलेक्ट्रिक कंपनी और एरेवा एसए जैसी कंपनियों को भारत में रिएक्टर टैक्नोलॉजी और ईंधन आदि बेचने का अवसर मिल जायेगा। भारत में बिजली की माँग और आपूर्ति में बड़ा अंतर बना हुआ है।

भारत अमेरिका असैन्य परमाणु करार का मार्ग प्रशस्त करने वाले परमाणु दुर्घटनाओं से जुड़े नागरिक दायित्व विधेयक को बुधवार लोकसभा ने पारित कर दिया। सरकार ने विपक्ष की माँग पर इसमें से विवादित शब्दों को हटा दिया है।

'लॉस एंजिल्स टाइम्स' ने भी लिखा है कि परमाणु विधेयक का पारित होना प्रधानमंत्री सिंह के लिए उनकी व्यक्तिगत जीत है। उन्होंने वर्ष 2008 में अमेरिका के साथ समझौता किया जिसके जरिये अंतर्राष्ट्रीय परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के लिए दरवाजे खुल गए। इससे पहले वर्ष 1990 से भारत परमाणु विस्फोट के परीक्षण की वजह से इस मामले में दुनिया से अलग-थलग पड़ा हुआ था।

वॉशिंगटन टाइम्स ने भी इसी स्वर में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की प्रशंसा की है। पत्र ने लिखा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की नवंबर में प्रस्तावित भारत यात्रा से पहले लोकसभा में विधेयक का पारित होना डॉ. सिंह की व्यक्तिगत जीत है, उन्होंने वर्ष 2008 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यु बुश के साथ नागरिक परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।(भाषा)

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