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आर-पावर ने यूएमपीपी के लिए कर्ज जुटाया

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नई दिल्ली , गुरुवार, 8 जुलाई 2010 (18:34 IST)
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर ने आंध्र प्रदेश के कृष्णापटनम में प्रस्तावित वृहद बिजली परियोजना के लिए 17500 करोड़ रुपए के वित्तीय व्यवस्था कर ली है।

कंपनी ने यहाँ एक विज्ञप्ति में बताया कि 4000 मेगावाट की बिजली परियोजना 75 प्रतिशत ऋण और 25 प्रतिशत शेयर पूँजी से पूरी की जाएगी।

यह परियोजना कंपनी के पूर्णस्वामित्व वाली कंपनी कोस्टल आंध्र प्रदेश लिमिटेड द्वारा स्थापित की जा रही है। दक्षिण एशिया की यह सबसे बड़ी कोयला आधारित बिजली परियोजना है।

बयान में कहा गया है कि इस परियोजना के लिए वित्त की व्यवस्था पक्की कर ली गई है। इस परियोजना से आंध्र प्रदेश को 1600 मेगावाट, महाराष्ट्र को 800 मेगावाट, तमिलनाडु को 800 मेगावाट और कर्नाटक को 800 मेगावाट बिजली मिलेगी। बिजली की दर बिक्री दर 2.33 रुपए प्रति यूनिट होगी।

इस परियोजना के लिए धर जुटाने में आईडीबीआई बैंक ने प्रमुख भूमिका निभाई। बैंक ने पावर फिनांश कापरेरेशन के साथ मिलकर विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों से परियोजना के लिए 13125 करोड़ रुपए का कर्ज जुटाया है।

विज्ञप्ति के अनुसार परियाना के लिए ऋण देने में कुल 15 से अधिक बैंक और वित्तीय संस्थान सम्मलित हैं। समझौते में प्रमुख रूप से ग्रामीण विद्युतीकरण कॉपरेरेशन, एलआईसी, यूको बैंक, यूनियन बैंक, आंध्र बैंक, कॉपरेरेशन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन ओरवसीज बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, विजया बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यस बैंक और इंडियन बैंक शामिल हैं।

आर-पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेपी चसलानी ने कहा कि कृष्णापटनम यूएमपीपी परियोजना के लिए वित्तीय व्यवस्था कर ली गई है। इसके साथ ही सरकार की ओर से हमे दी गई दो वृहद बिजली परियोजनाओं (यूएमपीपी) के लिए पैसे का प्रबंध हो गया है। हमारे पास 10000 मेगावाट क्षमता स्थापित करने के लिए धन की पर्याप्त व्यवस्था हो गई है।

इससे पहले कंपनी ने मध्य प्रदेश में सासन में प्रस्तावित वृहद परियोजना के लिए वित्तीय प्रबंध कर लेने की घोषणा की।

चसलानी ने कहा कि इसके साथ ही हमारे पर 37000 मेगावाट की बिजली परियोजनाएँ हो गई हैं। उन्होंने इसका ब्यौरा नहीं दिया। (भाषा)

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