देश का विदेशी कर्ज इस साल मार्च के अंत तक 16.5 प्रतिशत बढ़कर 261.5 अरब डॉलर पर पहुँच गया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भारतीय उद्योग जगत द्वारा विदेशी से उधारी बढ़ने तथा प्रवासियों द्वारा अपनी जमाएँ बढ़ाए जाने से देश का विदेशी कर्ज बढ़ा है।
बयान के अनुसार मार्च 2009 के अंत तक देश का विदेशी कर्ज 224.5 अरब डॉलर था, जो मार्च, 2010 में 37 अरब डॉलर बढ़कर 261.5 अरब डॉलर हो गया। (भाषा)