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खेल से पहले कुमार संगकारा का ‘माइंडगेम’

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एडिलेड , सोमवार, 13 फ़रवरी 2012 (13:01 IST)
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टूर्नामेंट में पहली जीत के लिए बेकरार श्रीलंका के सीनियर बल्लेबाज कुमार संगकारा ने त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में कल भारत के खिलाफ होने वाले मैच से पहले ‘माइंडगेम’ खेलने का अच्छा प्रयास किया।

संगकारा ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि भारत के खिलाफ भारत से बाहर हमने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत हमेशा अपनी सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन करता रहा है। वहां मैदान छोटे होते हैं और परिस्थितियां उसके अनुकूल होती हैं। लेकिन उनके घर से बाहर हमने हमेशा उनके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया।

ऑस्ट्रेलिया में भारत ने श्रीलंका से छह मैच खेले हैं और उनमें से उसने केवल एक मैच गंवाया है। इंग्लैंड में भी पांच मैच में भारत को केवल एक हार मिली है। दक्षिण अफ्रीका में दोनों टीमें केवल एक बार भिड़ी हैं और उसमें भारत जीता है। यह सही है कि भारत 2007 विश्व कप में श्रीलंका से हार गया था और श्रीलंका में उसने 19 मैच जीते और 26 हारे, लेकिन ओवरआल उसका अपने इस पड़ोसी देश के खिलाफ अच्छा रिकॉर्ड रहा है।

यहां तक कि श्रीलंका में भी पिछले 17 मैच में भारत ने दस में जीत दर्ज की। भारत ने अपनी सरजमीं पर श्रीलंका से 29 मैच जीते और 11 हारे है। कुल मिलाकर भारत ने श्रीलंका से 69 मैच जीते, 50 हारे और 11 मैच का परिणाम नहीं निकला। संगकारा का कहना है कि उनकी टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिये छह लीग मैचों में चार में जीत दर्ज करनी होगी। उन्होंने कहा कि आपको फाइनल्स में पहुंचने के लिए कम से कम चार मैच जीतने होंगे। हमारे पास कल एक और अवसर होगा।

श्रीलंका ने अब तक दो मैच खेले हैं और दोनों में उसे हार मिली है, लेकिन ये दोनों मैच काफी करीबी रहे थे।

संगकारा ने कहा कि हमारे नाम पर अभी एक जीत होनी चाहिए थी। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। यदि हमारे बल्लेबाज पहले से अच्छा प्रदर्शन करते हैं और अधिक साझेदारियां निभाते हैं तो हमारी जीत की अच्छी संभावना रहेगी।

संगकारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पिछले मैच की बात कर रहे थे जबकि श्रीलंका 232 रन के छोटे लक्ष्य को भी पार नहीं कर पाया था। उन्होंने कहा कि वह काफी करीबी मैच था क्योंकि एंजेलो मैथ्यूज आखिर तक जमा रहा। एक समय था जबकि हम मैच में नहीं थे। यह अधिक साझेदारी नहीं निभा पाने और जल्दी जल्दी बहुत अधिक विकेट गंवाने से जुड़ा था। यह विकेट आखिर में काफी सपाट हो गया था। हम मौके का फायदा नहीं उठा पाए।

संगकारा को एकदिवसीय मैचों में 10,000 रन पूरे करने के लिए केवल 42 रन की दरकार है तथा सचिन तेंडुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी उनके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि सचिन और द्रविड़ बेहतरीन खिलाड़ी है। वे अब भी खेल रहे हैं। यदि द्रविड़ के इंग्लैंड दौरे को देखों तो वह शानदार थां उन्होंने तीन शतक जमाए और अपने कंधों पर बल्लेबाजी का भार उठाए रखा। सचिन अब भी रन बना रहा है और बहुत उपयोगी खिलाड़ी है।

उन्होंने कहा कि सचिन और द्रविड़ की योग्यता को कम करके नहीं आंका जा सकता है। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यदि कोई महान खिलाड़ी है तो उसका कोई कारण है। अपनी अपेक्षाओं पर खरा उतरता है। यही वजह है कि सचिन जैसे खिलाड़ी प्रत्येक हर तरह की अपेक्षा रखता है। वे जानते हैं कि वह ऐसा कर सकता है। उन्होंने पहले ऐसा किया है और प्रत्येक जानता है कि वह फिर से ऐसा कर सकता है। (भाषा)

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