पूर्व कप्तान अनिल कुबंले ने कहा है कि भारत को ट्वेंटी-20 क्रिकेट विश्वकप टूर्नामेंट में अपना खिताब बचाने के लिए खुद को चैंपियन होने के दबाव से बाहर निकालना होगा।
कुंबले ने कहा कि भारत अपना खिताब बचाने में पूरी तरह सक्षम है लेकिन गत चैंपियन होने के नाते इस बार टीम पर दबाव है। पिछली बार भारत से इतनी अधिक अपेक्षाएँ नहीं थी क्योंकि टीम खेल के इस फटाफट प्रारूप से अधिक वाकिफ नहीं थी।
लेकिन इसके बाद भारतीय खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दो संस्करण खेल चुके हैं और उनसे अपेक्षाएँ काफी बढ गई हैं। भारत ने टूर्नामेंट में अपने पहले मैच में शनिवार को ट्रेंटब्रिज में बांग्लदेश को 25 रन से शिकस्त देकर अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की।
अपने अंतिम ग्रुप मैच में टीम इंडिया बुधवार को आयरलैंड के साथ मैच खेलेगी जो बांग्लदेश को हराकर सुपर आठ में अपनी जगह पक्की कर चुका है।
ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए टेलीविजन विशेषज्ञ के तौर पर यहाँ पहुँचे कुंबले ने कहा कि भारतीय टीम काफी सधी हुई है। बल्लेबाज किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियाँ उड़ाने में सक्षम हैं तो गेंदबाजी में ऑफ स्पिन, लेग स्पिन, लेफ्ट आर्म स्विंग और राइट आर्म पेस का मिश्रण है। टीम के पास कई अचूक हथियार हैं, जो अपने दम पर मैच जिताने में सक्षम हैं।