धोनी के धुरंधरों का हैरतअंगेज प्रदर्शन
, गुरुवार, 20 जून 2013 (23:31 IST)
कार्डिफ में गुरुवार के दिन टीम इंडिया जिस तरह चैम्पियंस ट्रॉफी में एक 'चैम्पियन' की तरह खेली उससे अहसास होने लगा है कि 2011 के विश्वकप के बाद भारत इंग्लैंड में विजेता बनकर एक इतिहास रच सकता है। श्रीलंका की टीम को पहले 181 रन पर रोकना और फिर 35 ओवर में जीत का लक्ष्य महज 2 विकेट खोकर हासिल करना इसका प्रमाण है कि धोनी के धुरंधर कितने बेहतरीन फार्म में हैं। पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया का नया कलेवर सामने आया है, वह भी उन हालातों में जबकि आईपीएल में फिक्सिंग का दाग लेकर भारतीय टीम ने इंग्लैंड की जमीं पर कदम रखा था। धोनी के कंधों पर जो भार था, वह अब काफी कम हो गया होगा और जिस मानसिक त्रासदी को लेकर वे चैम्पियंस ट्रॉफी में उतरे थे, फाइनल में पहुंचने के साथ ही वह त्रासदी काफी हद तक दूर हो गई होगी। किस्मत के धनी धोनी का टॉस जीतना भी भारत के लिए भाग्यशाली साबित हुआ। भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल को पूरी तरह एकतरफा बना डाला। पहले गेंदबाजों (ईशांत और अश्विन 3-3 विकेट) ने श्रीलंका को 181 रनों पर रोककर जीत का आधार तैयार किया और फिर रोहित-शिखर ने अच्छी शुरुआत दिलवाकर फाइनल में पहुंचने की राह बना डाली। शिखर धवन (68) और विराट कोहली (नाबाद 58) की बेहतरीन बल्लेबाजी से श्रीलंकाई गेंदबाज बैकफुट पर चले गए। इन दोनों ही बल्लेबाजों का शॉट सिलेक्शन गजब का रहा। इंग्लैंड के पिचों पर अश्विन की फिरकी का जादू भी चलना भारत के लिए अच्छी खबर है। भारतीय गेंदबाजों ने मौसम की नमी का भरपूर फायदा उठाया।सेमीफाइनल मैच में सुरेश रैना के नाजुक मौकों पर तीन महत्वपूर्ण कैच लपकने से गेंदबाजों के हौसलों को पर लग गए थे। गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण तीनों ही विभागों में टीम इंडिया का प्रदर्शन लाजवाब रहा। मलिंगा की यॉर्कर और बाउंसर गेंदों को विराट ने जिस प्रकार चौकों की शक्ल में बदला, उससे लगा कि वे फिर से अपने पुराने फॉर्म में आ गए हैं।23
जून को मेजबान इंग्लैंड के साथ अंतिम टक्कर है। इंग्लैंड को घरू दर्शकों का लाभ मिलेगा जबकि देखना यह होगा कि लगातार शानदार फॉर्म में चल रहे शिखर धवन अंग्रेज गेंदबाजों के सामने कैसी रणनीति अपनाते हैं। चूंकि यह चैम्पियंस ट्रॉफी का अंतिम संस्करण है, लिहाजा धोनी के धुरंधर इस अमूल्य मौके को कतई नहीं गंवाना चाहेंगे।(
वेबदुनिया न्यूज)