Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भारत ने दी प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चेतावनी

हमें फॉलो करें भारत ने दी प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चेतावनी
लंदन (वार्ता) , गुरुवार, 4 जून 2009 (20:51 IST)
भारत ने अपने परम्परागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को बुधवार को अभ्यास मैच में एकतरफा अंदाज में नौ विकेट से रौंदते हुए अन्य टीमों को कड़ी चेतावनी दे दी है कि वह अपना ट्‍वेंटी-20 विश्वकप क्रिकेट खिताब बचाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

भारत की यह जीत इसलिए प्रभावशाली मानी जा रही है क्योंकि उसके दो प्रमुख खिलाड़ी विस्फोटक ओपनर वीरेन्द्र सहवाग और बाएँ हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान ने कंधे की चोट के कारण अनफिट हैं और दोनों अभ्यास मैचों में नहीं खेले हैं।

भारत अपने पहले अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड से नौ रन से हार गया था, लेकिन दूसरे अभ्यास मैच में उसने जिस बेरहमी के साथ पाकिस्तान को नौ विकेट से पीटा उससे यह साबित हो गया है कि कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी के धुरंधर जोहान्सबर्ग में 2007 में किया करिश्मा फिर दोहराने के लिए तैयार हैं

भारत और पाकिस्तान के बीच यह अभ्यास मैच ऐसे समय खेला गया, जब दोनों देशों के बीच राजनीतिक और खेल के मैदान का तनाव पूरे चरम पर हैं। पाकिस्तान ने हाल में यह आरोप लगाया था कि उससे 2011 के एकदिवसीय विश्व कप के मैच छीने जाने में भारत की प्रमुख भूमिका रही थी। हालाँकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पाकिस्तान के इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच अभ्यास मैच को देखने के लिए ओवल मैदान दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। ऐसा लग रहा था मानो यह अभ्यास मैच न होकर दोनों टीमों के बीच किसी टूर्नामेंट का फाइनल हो।

सहवाग के अनफिट होने के कारण भारत ने आईपीएल-टू के अंडर 23 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रोहित शर्मा को ओपनिंग में उतारा और रोहित ने दोनों मैचों में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया कि वह टीम को जोरदार शुरुआत देने में सक्षम है।

रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मात्र 20 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 36 रन ठोके थे जबकि पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने मात्र 53 गेंदों में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से मैच विजयी 80 रन ठोक डाले। रोहित ने जिस सहजता के साथ ओपनर की भूमिका निभाई है, उससे कप्तान धोनी को जरुर राहत मिली होगी। हालाँकि धोनी अभी इस बारे में कुछ कहने से बच रहे हैं कि सहवाग के फिट होने पर रोहित को ओपनिंग में रखा जाएगा या नहीं।

धोनी ने मैच के बाद कहा ईमानदारी से कहूँ तो मैं नहीं जानता कि सहवाग मध्य क्रम में बल्लेबाजी करेंगे या नहीं। मुझे लगता है कि आपके पास कुछ नहीं होने के बजाय कई विकल्प होने की समस्या होना बेहतर है। हमारे लिए यह अच्छा है कि रोहित जोरदार फॉर्म में हैं, लेकिन अभी मैं कुछ सुनिश्चित नहीं कह सकता कि बल्लेबाजी क्रम क्या होगा।

रोहित की शानदार पारी के बाद भारत के लिए दूसरी बड़ी राहत की बात ओपनर गौतम गंभीर का फॉर्म में लौट आना है। ट्‍वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 300 रन बनाने वाले एकमात्र भारतीय गंभीर पिछले विश्व कप के बाद से ही लगातार जोरदार फॉर्म में थे, लेकिन आईपीएल-टू में उनका बल्ला उनसे कुछ रुठा रहा था।
पाकिस्तान के खिलाफ अभ्यास मैच में गंभीर ने 47 गेंदों में पाँच चौकों की मदद से नाबाद 52 रन बनाए और रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 140 रन की मैच विजयी साझेदारी की। गंभीर का फॉर्म में लौटना भारतीय उम्मीदों के लिए शुभ संकेत है क्योंकि वह एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो एक छोर संभाल सकते हैं और तेजी से रन भी बटोर सकते हैं। गंभीर भारतीय बल्लेबाजी की ताकत हैं और भारत की सफलता का बड़ा दारोमदार उनकी शानदार ओपनिंग पर निर्भर करता है।

तेज गेंदबाज जहीर के अनफिट होने पर युवा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने बखूबी भारतीय तेज आक्रमण की जिम्मेदारी संभाली है। न्यूजीलैंड के खिलाफ ईशांत ने 25 रन पर चार विकेट लिए थे जबकि पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने तीन ओवर में मात्र 11 रन देकर एक विकेट झटका दो अभ्यास मैचों में पाँच विकेट लेकर ईशांत ने दिखा दिया है कि वह आईपीएल टू के निराशाजनक प्रदर्शन से उबर चुके हैं।

धोनी ने ईशांत से गेंदबाजी की शुरुआत न कराकर उनका बीच-बीच में इस्तेमाल किया। ईशांत ने पाँचवा, 14वाँ और 17वाँ ओवर फेंका। पाकिस्तान ने चार ओवर में 45 रन ठोक डाले थे लेकिन ईशांत के फेंके पाँचवे ओवर में अहमद शहजाद आउट हुए जबकि कामरान अकमल रन आउट हो गए।
इसके बाद पाकिस्तान की पारी पर ब्रेक लग गया। धोनी ने भी कहा कि वह ईशांत को मध्य ओवरों में इस्तेमाल करना चाहेंगे जहाँ वह अपनी क्षमता के हिसाब से गेंदबाजी कर सकेंगे।

धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अपने गेंदबाजों का बखूबी इस्तेमाल किया और खुद विकेट के पीछे उन्होंने दो शानदार कैच लपके तथा एक खिलाड़ी को स्टम्प किया धोनी पिछले विश्वकप में विकेट के पीछे सात मैचों में मात्र एक शिकार कर पाए थे। भारत की पाकिस्तान के खिलाफ प्रभावशाली जीत ने अन्य टीमों को आगाह कर दिया है कि उन्हें धोनी के धुरंधरों से सतर्क रहना होगा।

भारतीय कप्तान का हालाँकि कहना है कि ऐसे प्रदर्शन को दोहराना मुश्किल होगा लेकिन परम्परागत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ इस शानदार जीत ने टीम इंडिया को अपना विश्व खिताब बचाने का आत्मविश्वास दे दिया है, जो न्यूजीलैंड से मिली हार से कुछ डगमगा गया था। पाकिस्तान हाल में ऑस्ट्रेलिया को 20..20 अंतरराष्ट्रीय मैच में हराने के बाद से खुद को खिताब का दावेदार मान रहा था लेकिन इस हार ने उसे जमीं पर ला दिया है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi