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सकारात्मक सोचो और स्वच्छंद खेलो

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सिडनी (भाषा) , मंगलवार, 1 जनवरी 2008 (14:36 IST)
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान अनिल कुंबले ने एक बार फिर से अपने बल्लेबाजों से अपील की है कि वह दबाव को भूलकर कल से एससीजी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में स्वच्छंद होकर खेलें।

श्रृंखला के पहले मैच में 337 रन से पराजित होने के बाद कुंबले ने दूसरे मैच की पूर्व संध्या पर कहा साझेदारी बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। जब हमने 60-70 रन की साझेदारी (सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली के बीच) की थी तो वह अच्छा दौर था। यदि हम अच्छी साझेदारी निभाएँगे तो बड़ा स्कोर बनाने में भी सफल रहेंगे।

कुंबले ने अपने बल्लेबाजों से फिर से अपील की कि वह अपना मनोबल बढ़ाएँ तथा सहज होकर अपना नैसर्गिक खेल खेलें। उन्होंने कहा मुझे लगता है कि मेलबोर्न में हमारे बल्लेबाज कुछ अधिक दबाव में थे। उन्हें अपना नैसर्गिक खेल खेलने की जरूरत है।

कयास लगाए जा रहे थे भारत इस मैच में वीरेंद्र सहवाग को उतार सकता है लेकिन कुंबले ने इस पर अपने पत्ते न खोलना ही उचित समझा। उन्होंने कहा कि वह एक आक्रामक विकल्प है। फॉर्म गँवाने और टीम से बाहर होने से पहले तक वह टीम के अहम सदस्य थे। वह टीम में स्वच्छंद रवैया लाते हैं।

कुंबले ने कहा कि सहवाग नेट्स पर अच्छे टच में दिखाई दे रहे थे, लेकिन भारतीय कप्तान ने इसके बाद टीम संयोजन पर आगे कुछ नहीं बताया। कुंबले ने कहा कि नेट्स पर वह काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। उनकी फॉर्म चिंता का विषय नहीं है क्योंकि वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे हैं।

भारतीय कप्तान ने इस सुझाव को मानने से इनकार कर दिया कि मेलबोर्न टेस्ट में शर्मनाक हार के बाद उनकी टीम को फॉर्म हासिल करने के लिए नेट्स पर अधिक समय बिताने की जरूरत है। इसके बजाय उन्होंने तरोताजा होने के लिए टीम को विश्राम देने की सलाह दी।

कुंबले ने कहा कुछ लोगों के लिए यह कहा जाता है कि यदि आप मैदान पर समय बिताओगे तो अच्छी तरह से तैयार रहोगे। कुछ के लिए आपको लगता है कि आपको विश्राम की जरूरत है। इससे वह यह सोच सकते हैं कि गलती कहाँ हुई।

उन्होंने कहा कि ‍‍हमारे लिए अभ्यास के बजाय बीते समय में हमारे साथ जो भी सकारात्मक हुआ उसे याद करना महत्वपूर्ण है। नेट्स पर एक अतिरिक्त हिट से आप बेहतर खिलाड़ी नहीं बन सकते हो। कुंबले ने कहा इसी तरह यदि आप सकारात्मक सोचते हो तो विकेटों के बीच दौड़ भी बेहतर हो जाती है।

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