Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

हर खेल में होती है फिक्सिंग

हमें फॉलो करें हर खेल में होती है फिक्सिंग
, मंगलवार, 31 अगस्त 2010 (19:56 IST)
भारत में क्रिकेट का खेल बेहद लोकप्रिय है तो इसमें सट्टेबाजी भी ज्यादा होती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि दुनिया के हर लोकप्रिय खेल में सट्टेबाजी का काला दाग कहीं न कहीं लगा है। इंटरपोल की मदद से कुछ साल पहले चलाए गए एक अभियान के बाद विश्व कप फुटबाल के दौरान सट्टेबाजी के लिए 5000 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनसे करीब एक करो़ड़ डॉलर की राशि जब्त की गई थी। आशंका थी कि ये सट्टेबाजी फुटबाल मैच को लेकर की जा रही थी।

* फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित इंटरपोल के मुख्यालय से यह कार्रवाई शुरू हुई थी। इसके लिए चीन, हांगकांग, मकाउ, मलेशिया, सिंगापुर और थाईलैंड के अधिकारियों का सहयोग लिया गया। इस कार्रवाई में अधिकारियों ने एक करो़ड़ डॉलर के अलावा कारें, बैंक कार्ड्‌स, कम्प्यूटर और मोबाइल जब्त किए थे।

* फुटबॉल में सट्टेबाजी किसी टीम को मिलने वाले पहले कॉर्नर शॉट या फिर पहली बुकिंग पर होती रही है। क्योंकि २२ खिलाड़ियों वाले इस खेल के मैच में फिक्सिंग अन्य खेलों की तुलना में बहुत आसान रही है।

* सबसे अधिक गिरफ्तारियाँ चीन और थाईलैंड में हुई थी। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनके बारे में कहा गया है कि वे एक संगठित अपराध गिरोह से जु़ड़े थे।

* सोगो-३ के नाम से एक महीने से अधिक समय चलाए गए इस अभियान में आठ सौ से अधिक सट्टेबाजी के अड्डों की पहचान की गई और छापे मारे गए। इन अड्डों में 15.5 करोड़ डॉलर की सट्टेबाजी हुई।

* सोगा अभियान की शुरुआत सुदूर पूर्व में सट्टेबाजी का मेला लगने की खबर के बाद 11 जून से हुई थी, ठीक उसी दिन से जिस दिन विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता शुरू हुई थी।

* इंटरपोल का कहना था कि ज्यादातर सट्टेबाजी या तो ऑनलाइन हुई या फिर टेलीफोन के जरिए।

टेनिस में भी मैच फिक्सिंग : ब्रिटेन के एक अखबार 'संडे टेलीग्राफ' में अक्टूबर 2003 में कहा गया था कि टेनिस की आधिकारिक संस्था कुछ नामी खिलाड़ियों के मैच फिक्स करने के बारे में जांच कर रही है। अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ये सभी खिला़ड़ी पुरुष हैं और उन्होंने जानबूझकर अपने मैच गँवा दिए। ये सारा सौदा खिलाड़ियों के कोच और सट्टा लगाने वाले अन्य मध्यस्थों के माध्यम से हुआ।

* संडे टेलीग्राफ ने टेनिस की अंतरराष्ट्रीय संस्था एटीपी के एक तत्कालीन अधिकारी रिचर्ड एगिंस से भी इस बारे में बात की थी।

* अखबार का कहना था कि इस मामले में लिप्त खिला़ड़ी दुनिया के शीर्ष 100 खिलाड़ियों में शामिल नहीं हैं।

* अखबार ने यह दावा भी किया था कि एटीपी ने शीर्ष 10 में शामिल एक पूर्व खिला़ड़ी को चेतावनी देकर छो़ड़ दिया था। इस खिला़ड़ी के एक मैच पर जमकर सट्टा लगा था और वह मैच आसानी से हार गया था। (न्यूज डेस्क)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi