देहरादून। ऋषिकेश में गंगा नदी पर स्थित ऐतिहासिक ‘लक्ष्मण झूला' को 12 जुलाई को बंद कर दिया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक यह पुल और अधिक भार सहन नहीं कर सकता। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस झूले को 1923 में अंग्रेजों ने बनवाया था।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि यह पुल विशेषज्ञों की एक टीम के सुझाव के बाद बंद कर दिया गया है। विशेषज्ञों ने पाया कि पुल के ज्यादातार हिस्से ‘बहुत कमजोर' हो गए हैं, या ‘गिरने' की स्थिति में हैं।
यह पुल ऋषिकेश में गंगा नदी पर 1923 में बना था। लक्ष्मण झूला ऋषिकेश आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक मुख्य केंद्र रहा है।
प्रकाश ने बताया कि विशेषज्ञों ने इस पुल को लोगों की आवाजाही सहित सभी तरह के यातायात के लिए फौरन बंद करने का सुझाव दिया था क्योंकि और अधिक भार सहन करने की हालत में नहीं है।
उन्होंने बताया कि इस पुल पर हाल के समय में अप्रत्याशित तरीके से लोगों की आवाजाही बढ़ गई और यह अब एक तरफ झुका हुआ प्रतीत हो रहा है। इस पुल का इस्तेमाल किया जाना जोखिम भरा हो सकता है। इसे ध्यान में रख कर यह फैसला किया गया।
यह पुल टिहरी जिले में तपोवन गांव को नदी के पश्चिमी तट पर स्थित पौड़ी जिले के जोंक से जोड़ता है। बताया जाता है कि महाकाव्य रामायण के एक महत्वपूर्ण पात्र लक्ष्मण ने इसी स्थान पर जूट की रस्सियों के सहारे नदी को पार किया था। इस पुल पर ‘गंगा की सौगंध', ‘संन्यासी' और लोकप्रिय जासूसी धारावाहिक ‘सीआईडी' की शूटिंग भी हुई है।