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फिल्म निर्माता प्रकाश मेहरा नहीं रहे

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मुंबई (भाषा) , रविवार, 17 मई 2009 (14:25 IST)
फिल्म 'जंजीर' के जरिये अमिताभ बच्चन को पहली कामयाबी दिलाने वाले बॉलीवुड के ख्यात निर्माता-निर्देशक प्रकाश मेहरा का लंबी बीमारी के बाद आज यहाँ एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 69 वर्ष के थे।

अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि मेहरा बीते कई दिन से भर्ती थे। उन्होंने सुबह सात बजकर 50 मिनट पर अंतिम साँस ली। वे निमोनिया से पीड़ित थे और उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।

विडंबना यह रही कि बच्चन के मेहरा का हालचाल जानने के लिए अस्पताल जाने के बाद ही लोगों को उनकी खराब तबीयत के बारे में पता चला। बच्चन ने अपने ब्लॉग में उनकी सेहत नासाज होने का उल्लेख किया था।

सत्तर के दशक की शुरुआत में जंजीर से आगाज करने के बाद मेहरा और बच्चन की जोड़ी वाली सात में से छह फिल्में मेगा हिट रहीं। दोनों की आखिरी फिल्म जादूगर थी। वर्ष 1989 में आई यह फिल्म चल नहीं सकी।

निर्देशक मेहरा और अभिनेता बच्चन की साथ की हिट फिल्मों की सूची में जंजीर के अलावा मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस, नमक हलाल, शराबी और हेराफेरा शामिल है। मेहरा ने फिल्म उद्योग में अपने सफर की शुरुआत पचास के दशक में निर्माण नियंत्रक के तौर पर की थी लेकिन 1968 में फिल्म हसीना मान जाएगी के साथ वे निर्देशन के क्षेत्र में चले गए।

बहरहाल मेहरा को पहली सफलता 1971 में फिल्म मेला से मिली। इस फिल्म के जरिये दो खान बंधु फिरोज खान और संजय खान पहली बार बड़े पर्दे पर साथ नजर आए। उन्होंने 1991 में अनिल कपूर अभिनीत जिंदगी एक जुआ भी निर्देशित की लेकिन यह बाक्स आफिस पर कोई कमाल नहीं दिखा सकी।

वर्ष 1996 में उन्होंने राजकुमार के पुत्र पुरु राजकुमार को बाल ब्रह्मचारी में मौका दिया। यह फिल्म बाक्स आफिस पर औंधे मुँह गिर पड़ी। बतौर निर्देशक यह उनकी आखिरी फिल्म थी।
नब्बे के दशक के मध्य में उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के साथ दलाल बनाई जिसे सफलता हासिल हुई।

मेहरा को बतौर निर्देशक फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिए इंडियन मोशन पिक्चर डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएमपीडीए) की ओर से 2006 में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार मिला।

दो वर्ष बाद 2008 में उन्हें इसी संगठन ने बतौर फिल्म निर्माता उनके योगदान के लिए इसी पुरस्कार से सम्मानित किया। मेहरा उन फिल्म निर्देशकों में शामिल रहे जिन्होंने हॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई।

अस्सी के दशक के अंत में वे फिल्म दि गुड कनेक्शन के लिए फ्रेंक योंडोलिनो के साथ काम करने वाले थे। इसमें चार्ल्स ब्रानसन जैसे सितारों को लिया जाना था लेकिन इस योजना पर कभी काम पूरा नहीं हो सका।

अपनी पत्नी के कोमा में चले जाने के बाद मेहरा का स्वास्थ्य भी बिगड़ने लगा। पत्नी के निधन के बाद उनकी सेहत और भी बदतर हो गई। वे अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था क्योंकि उन्हें संक्रमण था और उनके फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया था।

ऐसा कहा गया था कि बच्चन को अपनी फिल्मों के जरिये एंग्री यंग मैन की भूमिका देने वाले मेहरा के फिल्म जादूगर की असफलता के बाद उनसे मतभेद हो गए थे। बहरहाल बच्चन ने ऐसी खबरों को बेतुका करार दिया।

बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा था कि प्रकाश हर तरह से संपूर्ण निर्देशक थे। उनमें कहानी को बयाँ करने और स्क्रीनप्ले की बड़ी समझ थी। उनका नजरिया आसान पर गूढ़ विषयवस्तु वाला रहता था। उनमें संगीत की भी अच्छी समझ थी और उन्होंने कई गीत खुद लिखे थे। उनके विषय और विषयवस्तु में विशिष्टता थी।

अस्पताल में मेहरा से हुई मुलाकात के बारे में बच्चन ने लिखा कि मेहरा को उन्हें पहचानने में दिक्कत हो रही थी। बच्चन ने कहा मेरे समकालीन को इस तरह देखना काफी हताश कर देने वाला रहा। हमने संगीत साथ रचा था।

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