Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

चंद्रयान प्रथम अभियान का अनावरण

हमें फॉलो करें चंद्रयान प्रथम अभियान का अनावरण
बेंगलुरु (भाषा) , शुक्रवार, 19 सितम्बर 2008 (11:11 IST)
चंद्रमा के अध्ययन के लिए भारत के चंद्रयान प्रथम अभियान को अंजाम देने वाले अंतरिक्ष यान का गुरुवार को अनावरण किया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के उपग्रह केन्द्र के निदेशक टीके एलेक्स ने इसका अनावरण किया।

इसरो अधिकारियों ने बताया कि यह यान थर्मल वेक्यूम टेस्ट में सफल साबित हुआ है। इस परीक्षण में इसके चैंबरों को इंफ्रा रेड किरणों की मदद से 120 डिग्री अधिकतम तापमान और शून्य से 100 डिग्री से नीचे न्यूनतम तापमान पर रखा गया।

इस अंतरिक्ष यान को इसरो ने हिन्दुस्तान एयरोनाटिकल्स लि. सहित अन्य भागीदारों के साथ तालमेल के साथ बनाया है। अंतरिक्ष यान में 11 पेलोड होंगे, जिनमें पाँच उपकरण इसरो ने विकसित किए हैं।

तिथि को लेकर अनिश्चितता: उधर चंद्रयान प्रथम अभियान के प्रक्षेपण की तिथि लेकर अनिश्चितता जारी है, क्योंकि इसरो अधिकारियों ने कहा कि अंतरिक्ष यान को अभी दो प्रमुख परीक्षणों से गुजरना पड़ेगा तथा कोई भी तारीख निर्धारित करने से पहले इन परीक्षणों की समीक्षा की जाएगी।

एलेक्स ने कहा कि हमें दो अध्ययन एकोस्टिक टेस्ट एवं वाइबरेशन टेस्ट और करने हैं और इन परीक्षणों की समीक्षा की जाएगी। परीक्षण समीक्षा के बाद अब अन्य ब्यूरो पर गौर करेंगे। इससे पूर्व 19 से 26 अक्‍टूबर प्रक्षेपण की संभावित उपलब्धता थी।

उन्होंने कहा कि हमारे पास नवंबर और दिसंबर में भी दो अवसर हैं। उद्देश्य यह है कि अंतरिक्ष यान को ऐसे समय में प्रक्षेपित किया जाए जब चंद्रमा अपने कक्ष में घूमते हुए पृथ्वी के सबसे नजदीक हो। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि अंतरिक्ष यान न्यूनतम दूरी हासिल करेगा और ईंधन की बचत की जा सकेगी।

एलेक्स ने कहा कि हम मौसम की खराबियों से भी चिंतित हैं। यदि मौसम अनुकूल रहा तथा दो परीक्षण हो गए और इनकी समीक्षा कर ली गई तो हम यथाशीघ्र अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण कर देंगे।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi