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जाट आंदोलन : 1200 से अधिक ट्रेनें रद्द

हमें फॉलो करें जाट आंदोलन : 1200 से अधिक ट्रेनें रद्द
नई दिल्ली , बुधवार, 23 मार्च 2011 (12:57 IST)
सरकारी नौकरियों में आरक्षण की माँग को लेकर चल रहे जाट आंदोलन के कारण रेलवे को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। 5 मार्च से अब तक 1200 से अधिक पैंसेजर और एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं, जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ है।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद उत्तरप्रदेश में तो जाट हालाँकि रेल पटरियों से हट गए हैं लेकिन हरियाणा में उन्होंने अब भी रेल मार्ग बाधित कर रखा है। इस कारण दिल्ली-भटिंडा और बीकानेर-जयपुर रेल मार्ग पर भारी असर पड़ा है।

दिल्ली-भिवानी-रेवाड़ी ट्रैक पर जाम लगाकर बैठे जाटों का खाना-पीना भी पटरियों पर ही हो रहा है और उन्होंने वहाँ तंबू तान दिए हैं।

रेलवे प्रवक्ता एएस नेगी ने भाषा को बताया कि जाट आंदोलन की वजह से अब तक 1900 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं, जिनमें से 1200 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं।

नेगी ने कहा कि 20 मार्च तक के उपलब्ध आँकड़े के अनुसार 1701 गाड़ियाँ प्रभावित हुईं। इनमें से 1024 को रद्द कर दिया गया और 436 का मार्ग बदलना पड़ा। 241 ट्रेनों का सफर उनके गंतव्य से पहले ही समाप्त कर दिया गया।

प्रवक्ता ने कहा कि 20 मार्च के बाद भी हर रोज लगभग 70 ट्रेनें रद्द हो रही हैं जिससे जाट आंदोलन से प्रभावित गाड़ियों का आँकड़ा और अधिक हो गया है। जाट आंदोलन के चलते रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ है लेकिन रेल अधिकारियों का कहना है कि उनके पास अभी इस बारे में कोई आधिकारिक आँकड़ा उपलब्ध नहीं है। सबसे अधिक नुकसान सैकड़ों मालगाड़ियों का परिचालन प्रभावित होने से हुआ है।

जाटों ने धमकी दी है कि यदि 25 मार्च तक आरक्षण की उनकी माँग पूरी नहीं की गई तो दिल्ली-अंबाला रेल मार्ग भी जाम कर दिया जाएगा। इसके बावजूद माँग नहीं माने जाने पर 28 मार्च से दिल्ली का संपर्क समूचे उत्तर भारत से काट दिया जाएगा। दिल्ली को यमुना का पानी पानीपत रिफाइनरी से एलपीजी सहित दूध और सब्जियों की आपूर्ति भी ठप करने की चेतावनी दी गई है। (भाषा)

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