Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

धूमधाम से मनी कृष्ण जन्माष्टमी

हमें फॉलो करें धूमधाम से मनी कृष्ण जन्माष्टमी
नई दिल्ली , शुक्रवार, 3 सितम्बर 2010 (01:04 IST)
PTI
देश भर में आज जन्माष्टमी का त्योहार मंदिरों में ‘हरे कृष्णा’ के उद्‍घोष और पारंपरिक श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।

जैसे ही रात के बारह बजे वैसे ही मथुरा में पट खोल दिए गए और लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए। इस मौके पर बड़ी संख्या में विदेशी भी उपस्थित थे।

समाचार दिए जाने के समय तक मुथुरा में नंद के आनंद भयो...जय कन्हैया लाल की। प्रकट भयो नंदलाल के उद्‍घोष के साथ यहाँ भक्तगण झूम रहे हैं। दूसरी तरफ शंख में प्रकट हुए 'बाल गोपाल' का दूध से अभिषेक किया जा रहा था। मथुरा और वृंदावन की पावन नगरी देर रात पूरी तरह कृष्णमय हो गई थी।

दिल्ली में शंख नाद और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच लाखों श्रद्धालुओं की लंबी कतार मंदिरों के बाहर देखी गई। इस अवसर पर मंदिरों को भी सजाया गया। मथुरा, वृंदावन, दिल्ली ही नहीं पूरे देश में कृष्ण जन्म का स्वागत किया जा रहा है।

मुंबई में गुरुवार की दोपहर को युवकों ने पूरे शहर में शोभायात्रा निकाली, जबकि यहाँ गोविंदाओं ने लभगभ 40 फुट की ऊँचाई तक लटका कर रखी गई दही हांडी तोड़ी।

थाणे में सबसे ज्यादा 80 लाख रुपए की इनामी दही हांडी रखी गई थी। इसी तरह वर्ली में 33 लाख, घाटकोपर में 31 लाख, नवीं मुंबई में 25 लाख, और अँधेरी में 11 लाख की दहीं हांडी फोड़ी गई।

कई स्थानों पर बॉलीवुड सितारे भी नजर आए। सलमान खान तथा अक्षय कुमार ने पहुँचकर गोविंदाओं का जोश बढ़ाया। वैसे जन्माष्टमी के पावन मौके पर लोगों ने दिन भर का उपवास रखा और इस अवसर पर खास पकवान भी तैयार किए गए हैं।

उत्तरप्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 10 लाख से अधिक श्रद्धालु मथुरा और वृंदावन में भगवान कृष्ण की स्तुति में गाए जाने वाले गीतों पर झूम उठे।

उधर, जयपुर के प्रसिद्ध गोविंद देवजी मंदिर राधे..राधे के उद्‍घोष से गूँज उठा। लोग यहाँ पूजा अर्चना के लिए लंबी कतारों में देखे गए। जम्मू कश्मीर में भी यह पर्व पारंपरिक श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया।

जम्मू के विभिन्न भागों में रघुनाथ रथ यात्राएँ निकाली गई, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। यहाँ एक दर्जन से अधिक झांकियाँ निकाली गई, जिनमें भगवान कृष्ण के बचपन से लेकर महाभारत के युद्ध तक और भागवत गीता की शिक्षाओं को दिखाया गया।

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि यह पर्व लोगों को एक शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण और प्रबुद्ध समाज के लिए काम करने को प्रेरित करेगा। (वेबदुनिया/भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi