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फिर आया प्रणब दा को गुस्सा

हमें फॉलो करें फिर आया प्रणब दा को गुस्सा
नई दिल्ली , शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2011 (15:14 IST)
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लोकसभा में कालाधन के मुद्दे पर भाजपा, वाममोर्चा एवं अन्य दलों की लगातार टोकाटोकी के कारण सदन के नेता एवं वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी आज फिर से आपा खो बैठे जिसके बाद वामपंथी दलों के सदस्यों के अध्यक्ष के आसन के समीप आने के कारण सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान भ्रष्टाचार पर संयुक्त राष्ट्र संधि को भारत की संसद द्वारा अनुमोदन नहीं किये जाने के बारे में सरकार से स्थिति स्पष्ट किए जाने संबंधी डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के पूरक प्रश्न और वाम दल के रामचंद्र डोम एवं अन्य सदस्यों द्वारा हसन अली के बारे में पूछ गए पूरक प्रश्न पर वित्त मंत्री के जवाब पर टोकाटोकी शुरू हो गई।

प्रणब ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के समक्ष मामला है, उसके आयकर ब्यौरे को देखा जा रहा है और कानून अपना काम कर रहा है।

वित्त मंत्री के जवाब से भाजपा, वाममोर्चा एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और स्थिति स्पष्ट करने की माँग करने लगे। माकपा के रामचंद्र डोम ने जोर देकर सरकार से स्पष्टीकरण माँगा। टोकाटोकी से नाराज प्रणब यह कहते सुने गए कि यह ठीक नहीं है, आप बैठिए। बाधा मत डालें।

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने उत्तेजित सदस्यों को समझाते हुए कहा कि सदन के नेता बोल रहे हैं..आप लोग बैठ जाइए। इस बीच, बगल में बैठी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी भी प्रणब को बैठने का इशारा करती देखी गईं।

नाराज प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह माकपा के एक सदस्य को जानते हैं और इस विषय अगर उन्होंने कुछ कहा तो असहज स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

प्रणब की इस टिप्पणी के बाद उत्तेजित वामपंथी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए जिसके कारण सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर वित्त मंत्री ने कहा कि वह सदस्य के प्रश्न का उत्तर देने की कोशिश कर रहे थे। वह वामदलों के सदस्यों को वर्षों से जानते हैं और सभी के साथ उनके अच्छे संबंध रहे हैं। (भाषा)

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