जिंदगी टी20 मैच की तरह है : पी. चिदंबरम
नई दिल्ली , सोमवार, 31 मार्च 2014 (23:42 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने लोकसभा चुनाव न लड़ने के अपने फैसले को न्यायोचित बताते हुए कहा कि जीवन टी20 मैच की तरह है और यह फैसला मुझे ही करना है कि जिंदगी के अंतिम दस ओवर कैसे खेलूंगा।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में कहा, यह एक अच्छा सवाल है। पिछले तीस सालों में मैंने आठ चुनाव लड़े हैं। मुझे अपने जीवन में कई और चीजें करनी हैं। जीवन में सिर्फ एक पारी होती है। यह टी 20 मैच या पचास ओवर वाले एक दिवसीय मैच की तरह है। मुझे यह तय करना पड़ेगा कि मैं अपने जीवन का अंतिम दस ओवर किस तरह से खेलूं। यह पूछे जाने पर कि क्या वे राज्यसभा में जाना चाहते हैं 68 वर्षीय वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने तपाक से पूछा, किसी ने इसकी पेशकश नहीं की है। क्या आप पेशकश कर रहे हैं?उन्होंने इस बात को गलत बताया कि वे चुनाव हारने के डर से चुनाव लड़ने से अपने को दूर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे 1999 में चुनाव हारे हैं लेकिन इसने उन्हें 2004, 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ने से नहीं रोका।चिदम्बरम ने कहा कि वे पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे यात्रा करना चाहते हैं, पढ़ना-लिखना चाहते हैं। यह पूछने पर कि क्या वे आत्मकथा लिखेंगे, उन्होंने कहा, वे इतने बुजुर्ग नहीं हुए हैं कि आत्मकथा लिखें।यह पूछने पर कि क्या वे लोकसभा चुनाव में वाराणसी में नरेन्द्र मोदी को चुनौती देंगे चिदम्बरम ने कहा कि मेरी इच्छा है कि मैं चुनाव लड़ सकता लेकिन मैं हिंदी नहीं बोल सकता। चिदम्बरम ने कहा कि मुझे यकीन है मोदी भी शिवगंगा से चुनाव नहीं लड़ना चाहेंगे। शिवगंगा चिदम्बरम का क्षेत्र है जहां से उनके पुत्र कार्ति चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, पार्टी मोदी के खिलाफ किसी मजबूत उम्मीदवार की तलाश में है। यदि इसमें एक दिन लगते हैं तो ठीक है। (भाषा)