Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

‘दुखी पतियों’ को इंसाफ दिलाने का भी दावा

हमें फॉलो करें ‘दुखी पतियों’ को इंसाफ दिलाने का भी दावा
अहमदाबाद , रविवार, 20 अप्रैल 2014 (16:46 IST)
अहमदाबाद। अहमदाबाद पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने-अपने घोषणा पत्रों में ‘दुखी पतियों’ को इंसाफ दिलाने से लेकर गरीबों को शाही जीवनशैली मुहैया कराने तक का वादा किया है।

‘अखिल भारतीय पत्नी अत्याचार विरोधी संघ’ नामक एनजीओ चलाने वाले दशरथ देवड़ा और अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार ने पुरुषों की रक्षा के लिए एक कानून लाने का वादा किया है।

देवड़ा ने कहा कि मैं दुखी पति के पक्ष में एक कानून लाने का वादा करता हूं। हमारे यहां महिलाओं की रक्षा के लिए घरेलू हिंसा कानून है इसलिए पुरुषों को बचाने के लिए कानून क्यों नहीं है?

अपनी पार्टी के पंजीकरण के लिए उन्होंने आवेदन भले ही कर दिया हो लेकिन चुनाव आयोग से इसे मंजूरी नहीं मिली है। निर्दलीय के रूप में भाग्य आजमाने के बावजूद देवड़ा ने एक घोषणापत्र जारी किया है।

देवड़ा ने कहा कि मैं दरवाजे दरवाजे गया और पुरुषों से पूछा कि क्या वे अपनी पत्नी से दुखी हैं और कई ने सकारात्मक जवाब दिया। सारे दुखी पति मेरा समर्थन कर रहे हैं।

अहमदाबाद पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में देहगम, गांधीनगर दक्षिण, वातवा, निकोल, नरोदा, ठक्करबापा नगर और बापूनगर विधानसभा क्षेत्र आता है। भाजपा ने इस सीट पर बॉलीवुड अभिनेता परेश रावल को मैदान में उतारा है। देवड़ा ने कहा कि उन्हें करीब 600 दुखी पतियों का समर्थन मिला है जिन्होंने उन्हें वोट देने का वादा किया है।

केवल, देवड़ा ने ही अपना घोषणापत्र जारी नहीं किया है। शहर में पीएपी के नाम से पहचानी जाने वाली प्रजातंत्र आधार पार्टी ने लोगों के संवैधानिक अधिकारों को लागू करने और भारतीय संविधान को अपना घोषणापत्र मानने का वादा किया है।

पीएपी उम्मीदवार जसवंत बुद्धप्रिया ने कहा कि 2012 में गठित हुई हमारी पार्टी ने अन्य पार्टियों की तरह घोषणापत्र जारी नहीं किया है। संविधान हमारी पार्टी का घोषणापत्र है। मानवाधिकार कार्यकर्ता राजेश मौर्य ने पीएपी की शुरुआत की थी, जो गरीब लोगों तक चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने का दावा करते हैं।

बुद्धप्रिया ने कहा कि बड़ी पार्टियों की तरह हम कोई बड़ा वादा नहीं कर रहे हैं। हालांकि, एक वादा करते हैं कि हमारे क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति बीमार होगा तो हम उसकी अपने परिजन की तरह सेवा करेंगे। बहुजन मुक्ति पार्टी ने लोगों को शाही जीवनशैली प्रदान करने का दावा किया है भले ही वे कोई काम करते हो या नहीं।

बहुजन मुक्ति पार्टी के राज्य सचिव विजय डैनियल ने कहा कि अपने लोकसभा क्षेत्र में गरीब लोगों को शाही और सम्मानित जीवनशैली के अलावा हम 11,000 रुपए का वेतन भी देंगे। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi