Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

गणगौर : जोधपुर की शान

हमें फॉलो करें गणगौर : जोधपुर की शान
FILE

जोधपुर की शान : जोधपुर में लोटियों का मेला लगता है। वस्त्र और आभूषणों से सजी-धजी, कलापूर्ण लोटियों की मीनार को सिर पर रखे, हजारों की संख्या में गाती हुई नारियों के स्वर से जोधपुर का पूरा बाजार गूंज उठता है।

राजघरानों में रानियां और राजकुमारियां प्रतिदिन गवर की पूजा करती हैं।

webdunia
FILE


चित्रकार पूजन के स्थान पर दीवार पर ईसर और गवरी के भव्य चित्र अंकित कर देता है। केले के पेड़ के पास ईसर और गवरी चौपड़ खेलते हुए अंकित किए जाते हैं।

ईसर के सामने गवरी हाथ जोड़े बैठी रहती हैं। ईसरजी काली दाढ़ी और राजसी पोशाक में तेजस्वी पुरुष के रूप में अंकित किए जाते हैं।

नाथद्वारा में गणगौर : नाथद्वारा में सात दिन तक लगातार सवारी निकलती है।

सवारी में भाग लेने वाले व्यक्तियों की पोशाक भी उस रंग की होती है जिस रंग की गणगौर की पोशाक होती है। सात दिन तक अलग-अलग रंग की पोशाक पहनी जाती है।

आम जनता के वस्त्र गणगौर के अवसर पर निःशुल्क रंगे जाते हैं।

उदयपुर की गणगौर : उदयपुर में गणगौर की नाव प्रसिद्ध है।

इस प्रकार पूरे राजस्थान में गणगौर उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi