तेजादशमी पर्व की पौराणिक कथा
तेजादशमी पर्व : आस्था और विश्वास का प्रतीक
तेजादशमी पर्व मप्र के मालवा-निमाड़, झाबुआ सहित पूरे प्रदेश एवं अन्य प्रांतों में तथा विशेष रूप से राजस्थान में मनाया जाने वाला प्रमुख पर्व है। यह प्रति वर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी को मनाया जाता है।
तेजादशमी पर नवमी की पूरी रात रातीजगा किया जाता है एवं दूसरे दिन दशमी को प्रातः से जिन-जिन स्थानों पर वीर तेजाजी के मंदिर हैं, मेला लगता है, जहां पर वर्षभर से पीड़ित, सर्पदंश सहित अन्य जहरीले कीड़ों की तांती (धागा) छोड़ा जाता है।
सर्पदंश से पीड़ित मनुष्य, पशु यह धागा सांप के काटने पर, बाबा के नाम से, पीड़ित स्थान पर बांध लेते हैं।
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