पुराणों के अनुसार इस पावन दिवस को भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने नृसिंह रूप में अवतार धारण किया था। इसी वजह से यह दिन भगवान नृसिंह के जयंती रूप में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। जानिए इस दिन क्या करना चाहिए....
* इस दिन व्रती को दिनभर उपवास रहना चाहिए।
* अपने सामर्थ्य अनुसार भू (जमीन), गौ (गाय), तिल, स्वर्ण तथा वस्त्रादि का दान देना चाहिए।
* इस दिन खास तौर पर क्रोध, लोभ, मोह, झूठ, कुसंग तथा पापाचार का त्याग करना चाहिए।
* इस दिन व्रती (उपवास धारी) को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
जानिए नृसिंह जयंती के उपवास का फल
जानिए नृसिंह जयंती के उपवास का फल :-