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कसाब भी नाव से पहुँचा था मुंबई

मुंबई हमले में चश्मदीद गवाह का खुलासा

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मुंबई (भाषा/नईदुनिया) , बुधवार, 27 मई 2009 (16:56 IST)
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब की शिनाख्त उन दस बंदुकधारियों में से एक के बतौर की है, जो 26 नवंबर को नौका से मुंबई आए थे।

अभियोजक पक्ष इस गवाही को महत्वपूर्ण मान रहा है, क्योंकि वह पहला स्वतंत्र प्रत्यक्षदर्शी है। वह एक नागरिक है, जिसने दक्षिण मुंबई के विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी हमले से पहले 10 बंदुकधारियों को नगर में पहुँचते देखा था।

होटल ताज के फोरमेन भरत तमोरे ने विशेष अदालत को बताया कि जब वे रात में करीब सवा नौ बजे अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे तो उन्होंने कसाब और अन्य को दक्षिण मुंबई की फिशरमेन्स कॉलोनी में एक नौका से उतरते देखा था।

उन्होंने आतंकवादियों से पूछताछ की तो दो से उनकी कहासुनी हो गई। नौका से आने वाले लोगों में से आठ उतरे और चलने लगे, जबकि दो ने नौका को निकटवर्ती नरीमन प्वाइंट की तरफ खेना शुरू कर दिया।

तमोरे ने बताया कि सभी लोग 20 से 25 साल की उम्र के थे। वे नारंगी रंग का लाइफ जैकेट पहने थे। तमोरे ने उनमें से दो लोगों से पूछा था कि वे कहाँ से आए हैं। इस पर उनमें से एक ने जवाब दिया कि वे छात्र हैं।

तमोरे ने बताया कि समूह के एक आदमी ने पूछा कि इसके साथ क्या किया जाए और समूह आगे बढ़ गया। िस शख्स ने तमोरे के सवालों का जवाब दिया था कि वे छात्र हैं, वह ठिगने कद का था। प्रत्यक्षदर्शी से जब पूछा गया कि क्या वह शख्स यहाँ अदालत में मौजूद है तो उन्होंने कसाब की तरफ इशारा किया।

जब तमोरे ने कहा कि छात्र होने का दावा करने वाला बंदुकधारी उन दस लोगों में शामिल था तो कसाब उठा और खामोशी से प्रत्यक्षदर्शी पर निगाह डाली।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि 26 नवंबर को वे ड्यूटी पर होटल ताज में पहुँचे, जो आतंकवादी हमलों के एक स्थल में से एक था। उन्होंने पाया कि पुलिस और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी चल रही है। फायरिंग होती देख उन्होंने बेसमेंट में पनाह ली।

फिर हँसा कसाब : मंगलवार को मुंबई के आर्थर रोड जेल में बने विशेष अदालत में आतंकवादी हमले के मुख्य आरोपी अजमल कसाब को जज टहिलियानी ने एक बार फिर से डाँट लगाई।

पिछले सप्ताह भी कार्रवाई के दौरान कसाब हँस रहा था तो जज ने उसे मना किया था। मंगलवार को एक गवाह के बयान के दौरान अचानक कसाब जोर-जोर से हँसने लगा। जज ने कहा कि कटघरे में खड़ा गवाह तुमको पहचानने के लिए खड़ा है।

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