समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायमसिंह यादव ने अधिवक्ता समाज का आह्वान किया है कि वे सामाजिक व्यवस्था को बदलने की लड़ाई में आगे आएँ।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य देश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाना और देश की संप्रभुता तथा स्वतंत्रता की रक्षा करना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सामाजिक परिवर्तन का काम बड़े पैमाने पर किया जाना चाहिए और व्यवस्था परिवर्तन के संघर्ष में अधिवक्ताओं की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होगी।
यादव आज राज्य मुख्यालय पर ब्राह्मण समाज के अधिवक्ताओं एवं बुद्धिजीवियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उप्र में संविधान एवं लोकतंत्र की छज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी खजाने की लूट करके अपने प्रतिमाएँ लगाई जा रही हैं। 3000 करोड़ रुपए स्मारक एवं अम्बेडकर पार्क में अपव्यय किया गया है। जनसमस्याओं के समाधान की तरफ बसपा सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
मुलायम ने कहा कि बसपा विचारहीन एवं संस्कारहीन पार्टी है। बसपा सरकार में सबसे ज्यादा अपमानित ब्राह्मण समाज हो रहा है। धर्मिक ग्रंथों का अपमान किया जा रहा है। दलित एक्ट का गलत इस्तेमाल करके ब्राह्मणों को प्रताड़ित किया जा रहा है। बसपा राजनीतिक दुकान है। बसपा राज में बिना पैसे किसी का कोई काम नहीं होता है।
सपा सुप्रीमो ने कहा कि समाजवादी पार्टी अन्याय के विरुद्ध हमेशा लड़ती है और बसपा सरकार जिस तरह से जनविरोधी काम कर रही है, उसके विरुद्ध भी लगातार संघर्षरत है।
1984 के दंगा पीड़ितों को पेंशन : नानावटी जाँच आयोग की संस्तुतियों के क्रम मे वर्ष 1984 के दंगा पीड़ितों को राहत प्रदान करने हेतु स्वीकृत पुर्नवास पैकेज के अंतर्गत वर्ष 1984 के दंगों मे मारे गए व्यक्तियों की सभी विधवाओं अथवा वृद्व माता-पिता को उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा अगले वर्ष एक मार्च से 25 सौ रुपए प्रतिमाह सामान्य पेंशन जीवन पर्यन्त प्रदान की जाएगी।