Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सुलगने दो अतीत को!

हमें फॉलो करें सुलगने दो अतीत को!
तुम्हें भूलने की
एक मामूली कोशिश
की है मैंने,
जानते हो?
अतीत सुलगने लगा है
पर मेरी भी सुनो
सुलगने दो अतीत को!
मेरे वर्तमान को
तुम्हारा धुआँ
कभी धूमिल नहीं कर सकता
यह मेरा
अपने आप से वादा है!
------

बदलते जमाने के बदले हुए दोस्त,
उस भोगे हुए यथार्थ की कसम,
कल तुम चीखना चाहोगे पर
चीख नहीं पाओगे क्योंकि
तब तुम मुझे बदला हुआ पाओगे

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi