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दलाल स्‍ट्रीट में भय के बीच तेजी की उम्‍मीद

हमें फॉलो करें दलाल स्‍ट्रीट में भय के बीच तेजी की उम्‍मीद
, सोमवार, 5 अक्टूबर 2009 (13:24 IST)
कमल शर्मा

भारतीय शेयर बाजार के निवेशक कुछ समय पहले तक इस भँवर में फँसे हुए थे कि बाजार में काफी बढ़त आ चुकी है, अब करेक्‍शन तय है। लेकिन इतने दिनों में हुआ क्‍या....सेंसेक्‍स 17 हजार अंक को पार कर गया और निफ्टी पाँच हजार अंक के ऊपर।

वेबदुनिया में पिछली रिपोर्ट में हमने कहा था कि शेयर बाजार के लिए दिन और सुधरेंगे...यही हुआ भी। हालाँकि, कुछ विश्‍लेषक अब भी निवेशकों को डराने का कार्य कर रहे हैं कि डाउ जोंस के गिरने से भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्‍त करेक्‍शन देखने को मिलेगा और यह दिवाली बिगड़ सकती है, लेकिन ऑपरेटरों के मन को पढ़ा जाए तो दिवाली तभी बिगड़ सकती है जब सेंसेक्‍स 16700 अंक के नीचे आ जाए।

भारतीय शेयर बाजार का 1 अक्‍टूबर को समाप्‍त छोटा सप्‍ताह काफी फायदेमंद साबित हुआ और जो विश्‍लेषक यह राग अलाप रहे थे कि इस छोटे सप्‍ताह में बाजार बुरी तरह गिर जाएगा वे इस आँकड़े पर गौर फरमाएँ कि विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने तीन दिन के इस सप्‍ताह में दो दिन में 2700 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। विदेशियों को भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था और बाजार में भरोसा है लेकिन हमें नहीं। विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने चालू कैलेंडर वर्ष के पहले नौ महीनों में 60 हजार करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं।

सेंसेक्‍स को 8500 अंक से 17 हजार अंक तक पहुँचा दिया, लेकिन घरेलू विश्‍लेषक और संस्‍थागत निवेशक यह भाँप ही नहीं पाए कि भारतीय शेयर बाजार में कितनी संभावनाएँ छिपी हुई हैं। यही वजह रही कि सेंसेक्‍स के इस सफर में करेक्‍शन, करेक्‍शन के भय में बड़ा लाभ नहीं उठा पाए।

अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस के गिरने के बाद एक बार फिर से भारतीय शेयर बाजार काफी महँगा होने का सुर सुनने को मिल रहे हैं, लेकिन इस सुर के गायक फिर गलत साबित होंगे। अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने खुद कहा है कि वर्ष 2010 में चीन और भारत दुनिया को आर्थिक रिकवरी की ओर ले जाएँगे। भारत की आर्थिक विकास दर 6.4 फीसदी और चीन की नौ फीसदी की आर्थिक विकास दर का आया अनुमान यह बताता है कि दुनिया की नजर भारत पर लगी है। अमेरिका और यूरोप में यदि किसी कारणवश नरमी रहती है तो हमारे यहाँ केवल कुछ सटोरिए एवं एफ एंड ओ के खिलाड़ी ही इस भय में रह सकते हैं कि घरेलू बाजार भी गिरेंगे लेकिन सही निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सच्‍चे निवेशक डाउ जोंस का भय दिखाकर अपने अच्छे शेयर बेच देने की चाल में फँसने से बचें।

इसी महीने की 10 तारीख से इन्फोसिस टेक्‍नोलॉजी के परिणाम के साथ जुलाई-सितंबर 2009 की तिमाही के नतीजों का मौसम शुरू हो जाएगा। भारतीय कॉरपोरेट जगत इस तिमाही के लिए भी बेहतर नतीजे घोषित करने के मूड में दिख रहा है। यदि ये नतीजे पूरी तरह सकारात्‍मक आते हैं तो शेयर बाजार में मंदी की धारणा लेकर घूम रहे खिलाड़ियों को जोरदार जवाब मिल जाएगा कि वाकई भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था पर यूँ ही दुनिया की नजर नहीं टिकी हुई है।

भारतीय पूँजी बाजार में 14 हजार करोड़ रुपए के आईपीओ की सफलता के बाद अब 45 हजार करोड़ रुपए के आईपीओ लाइन में हैं। इनमें सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र की कंपनियाँ शामिल हैं। सरकारी कंपनियाँ भेल एवं एनटीपीसी के फालोऑन इश्‍यू के अलावा निजी कंपनियाँ इंडियाबुल्‍स पावर, जेएसडब्‍लू एनर्जी, जीएमआर एनर्जी, रिलायंस इन्फ्राटेल सहित चार-पाँच रियलिटी कंपनियों के आईपीओ तैयारी में हैं।

5 अक्‍टूबर से शुरू हो रहे नए सप्‍ताह में बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्‍स 17474 के ऊपर बंद होने पर 17777 पहुँचने की उम्‍मीद है। सेंसेक्‍स को 16727 के स्‍तर पर समर्थन मिलने की संभावना है। नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 5181 के ऊपर बंद होने पर 5277 तक जा सकता है। निफ्टी को सपोर्ट 4944 पर मिलेगा।

सूरत कमर्शियल कॉरपोरेशन, सूरत के तकनीकी विश्‍लेषक गोपाल मोदी का कहना है कि वैश्विक शेयर बाजारों की बदली स्थिति सोमवार को शेयर बाजार का मूड बिगाड़ सकती है। बावजूद इसके निचले स्‍तर से बाजार को सपोर्ट मिलने की संभावना है। 17080 का स्‍तर टूटने पर सेंसेक्‍स घटकर 16050 तक पहुँचने की आशंका है। यह अधिकतम 16847 से 16800 या ज्‍यादा से ज्‍यादा 16700 तक हो सकता है। 16700 के समीप मासिक और त्रैमासिक आधार पर सपोर्ट मिलता है यानी बाजार का रुख रिवर्स होने से पहले इस स्‍तर से पुलबैक देखने को मिलेगा ही। यदि संयोग से 16700 का स्‍तर टूटता है तो बाजार की चाल में आया परिवर्तन लंबा होगा एवं सेंसेक्‍स घटकर 16381 से 16120 तक जा सकता है।

तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि अगला सप्‍ताह यह तय करेगा कि इस साल दिवाली कैसी रहेगी। इस दिवाली पर खुशियों के पटाखे चलेंगे या दिवाली काली होगी। हालाँकि, इस दिवाली के पिछली दिवाली से बेहतर रहने की उम्‍मीद तो है ही। वे कहते हैं कि शेयर बाजार में गर्मी बने रहने के लिए सेंसेक्‍स का 16400 के ऊपर टिके रहना जरूरी है। सपोर्ट 16943- 16802-16693-16494 पर मिलेगा जबकि रेसीसटेंस 17144 और 17734 है। अगले सप्‍ताह निवेशक 16494 का स्‍टॉप लॉस जरूर रखें।

निवेशक इस सप्‍ताह बालमेरी लॉरी एंड कंपनी, इंडसुइंड बैंक, टोरेंट पावर, दीवान हाउसिंग, मुंद्रा पोर्ट एंड सेज, आईडीएफसी, पेन्निसुला लैंड, बैंक ऑफ इंडिया, यस बैंक, विप्रो और एल एंड टी, अल्‍ट्राटेक सीमेंट, वीडियोकॉन इंडस्‍ट्रीज के शेयरों पर ध्‍यान दे सकते हैं।

*यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।

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