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नजदीक आ रहा है बेहतर शेयर खरीदने का मौका

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-कमशर्म

शेयर बाजार में अगली गिरावट से पहले पुलबैक रैली संभव और मंदी में डूबे शेयर बाजार को अब आखिरी धक्‍का मारने की तैयारी...ये दो हलचल ही इस समय शेयर बाजार में है। वेबदुनिया ने पिछले दो सप्‍ताह में इन हलचलों पर गहराई से नजर रखी।

  बढ़त के साथ निवेशक सचेत होकर कारोबार करें क्‍योंकि बड़े खिलाड़ी इस गर्माहाट का लाभ बिकवाली दबाव से लेने का प्रयास करेंगे ताकि बाजार को एक बार फिर नरम कर वे छोटे निवेशकों के हाथ में बचे खुचे बेहतर स्‍टॉक अपने पोर्टफोलियो में खींच सकें      
बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स पुलबैक रैली के दौर से गुजर रहा है और अभी भी सेंसेक्‍स में 500 से 700 अंकों की और बढ़त संभव है। साथ ही इस बढ़त के साथ निवेशक सचेत होकर कारोबार करें क्‍योंकि बड़े खिलाड़ी इस गर्माहाट का लाभ बिकवाली दबाव से लेने का प्रयास करेंगे ताकि बाजार को एक बार फिर नरम कर वे छोटे निवेशकों के हाथ में बचे-खुचे बेहतर स्‍टॉक अपने पोर्टफोलियो में खींच सकें, लेकिन धैर्यवान निवेशक बाजार की इस मौजूदा पसोपेश की स्थिति खत्‍म होने पर बेहतर लाभ में रहेंगे।

वैश्विक आर्थिक संकट की अगुआई करने वाला देश अमेरिका अब सब प्राइम-मार्गेज संकट से बाहर निकलने के शुभ संकेत दे रहा है। जेपी मार्गन चेज, सिटी ग्रुप और बैंक ऑफ अमेरिका ने जनवरी-फरवरी में लाभ कमाकर बेहतर संकेत दिए हैं। अमेरिकी सरकार ने वित्तीय संस्‍थाओं को भारी भरकम राशि देकर जहाँ उनकी सहायता की है, वहीं इन संस्‍थाओं में अपना हिस्‍सा बढ़ाकर एक तरह से इनके राष्‍ट्रीयकरण की पहल की है।

  सभी का ध्‍यान लोकसभा चुनाव पर है। कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीसरा मोर्चा और अब चौथे मोर्चे की रचना की चर्चा चल रही है। हर दल में रूठने और मनाने के किस्‍से हैं। राजनीतिक अनिश्चितता देश के लिए अच्‍छी नहीं है      
अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था को फिर से पटरी पर लाने के प्रयास में चीन यूएस ट्रेजरी में निवेश कर रहा है, लेकिन उसने इसकी गारंटी अमेरिकी सरकार से माँगी है। हालाँकि अमेरिकी बैंकों के नतीजे सब कुछ सुरक्षित होने की गारंटी नहीं है।

घरेलू मोर्चे पर सभी का ध्‍यान लोकसभा चुनाव पर है। कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीसरा मोर्चा और अब चौथे मोर्चे की रचना की चर्चा चल रही है। हर दल में रूठने और मनाने के किस्‍से हैं। राजनीतिक अनिश्चितता देश के लिए अच्‍छी नहीं है। एकदम स्‍पष्‍ट बहुमत से आई सरकार ही अर्थव्‍यवस्‍था में जान फूँक सकती है।

बांग्‍लादेश, नेपाल और श्रीलंका में भी आंतरिक झगड़े चल रहे हैं जिनका असर हमारी अर्थव्‍यवस्‍था और शांति पर पड़े बगैर नहीं रह सकता। इस बीच, विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में खरीद की है लेकिन इस दो दिन की तेजी को तेजी का संकेत मानने की भूल न करें, यह एक पुलबैक से ज्‍यादा कुछ नहीं है।

  शेयर बाजार को लगने वाले इस धक्‍के में जिन निवेशकों ने उम्‍दा कंपनियों के शेयरों में निवेश करने का साहस किया वे भी मध्‍यम से लंबी अवधि में फायदे में रहेंगे। अब वह मौका आ रहा है जब सेंसेक्‍स सात हजार के करीब जा सकता है      
कई बड़े फंड के अलावा बड़े ऑपरेटर इस पुलबैक को थोड़ा आगे बढ़ाकर बाजार को फिर से बिकवाली दबाव में लाएँगे ताकि छोटे और मध्‍यम निवेशकों के हाथ से बेहतर कंपनियों के शेयर निकाले जा सकें। शेयर बाजार को लगने वाले इस धक्‍के में जिन निवेशकों ने उम्‍दा कंपनियों के शेयरों में निवेश करने का साहस किया वे भी मध्‍यम से लंबी अवधि में फायदे में रहेंगे। अब वह मौका आ रहा है जब सेंसेक्‍स सात हजार के करीब जा सकता है लेकिन उसी समय हिम्‍मत और धैर्य का परिचय देने वाले निवेशक ही आगे चलकर मुनाफा काटेंगे, यह तय है।

अमेरिकी बैंकिंग कंपनियों के लाभ में आने, चीन-जापान द्वारा आर्थिक विकास के लिए प्रयास तेज करने, घरेलू बाजार में महँगाई दर 11 फीसदी से घटकर छह वर्ष के निचले स्‍तर 2.43 फीसदी आने और क्रूड ऑइल 145 डॉलर से केवल 45 डॉलर पर आ जाना सुखद समाचार है। इन समाचारों के बीच 16 मार्च से शुरू हो रहे नए सप्‍ताह में बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्‍स 9107 से 8407 के बीच घूमता रहेगा, जबकि नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 2828 से 2626 के बीच कारोबार करेगा।

सूरत कमर्शियल कॉरपोरेशन के इक्विटी विश्‍लेषक गोपाल मोदी का कहना है कि 16 मार्च से शुरू हो रहे सप्‍ताह में बीएसई सेंसेक्‍स जब तक 8714 के ऊपर बंद रहता है तब तक ही तेजी का कारोबार करें। 8614 का स्‍तर टूटने पर सेंसेक्‍स के 8392 तक गिरकर आने के आसार हैं। सेंसेक्‍स के 8392 के नीचे आने पर मंदी बढ़ने की संभावना है। 8714 के ऊपर रहने पर सेंसेक्‍स 8975 से 9078 तक बढ़ने की संभावना है। सेंसेक्‍स यदि 9075 के ऊपर नहीं टिक पाता है तो सीधी गिरावट में पहला स्‍तर 8392 और इसके बाद 8031 देखने को मिलेगा।

वे कहते हैं कि नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी फ्यूचर जब तक 2701 के ऊपर टिका रहेगा तब तक तेजी की आशा और 2774 से 2802 तक गर्मी बनी रहेगी। यदि 2702 अंक का स्‍तर टूटता है तो यह 2611 देखने को मिलेगा। निफ्टी के 2611 से नीचे रहने पर और मंदी आएगी और यह 2462-2427 तक आ सकता है।

तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि शेयर बाजार में पुलबैक लगातार बना रहेगा। नए सप्‍ताह में सेंसेक्‍स के लिए रेसीसटेंस स्‍तर 8378-8710-8762 और 8998 होंगे। साप्‍ताहिक सपोर्ट 7994-7696 और 7278 होंगे।

सेंसेक्‍स बढ़कर 8535 के ऊपर बंद होता है तो इसकी तलहटी 8047 तय है और यहाँ से पुलबैक देखने को मिलेगा। इस पुलबैक के तहत सेंसेक्‍स 9725 तक पहुँच सकता है लेकिन यदि सेंसेक्‍स 8047 से तत्‍काल गिरता है तो इसके कम से कम 7697 तक जाने की संभावना है। सेंसेक्‍स 9086 के ऊपर बंद होता है तो यह बड़ी गर्मी की ओर बढ़ेगा।

इस सप्‍ताह निवेशक नोवार्टिस इंडिया, स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सेल, एक्सिस बैंक, टाइटन इंडस्‍ट्रीज, हैरिटेज फूड्स, टाटा मेटेलिक्‍स, जुआरी इंडस्‍ट्रीज, बिड़ला पावर सॉल्‍यूशंस, टेक्‍समाको पर ध्‍यान दे सकते हैं।
*यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी

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