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टीवी कलाकारों की होली

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होली का माहौल बन गया है। कैसे इस त्योहार को मनाना है इसकी प्लानिंग बन चुकी है। टीवी की दुनिया के कलाकारों ने भी तैयारी कर ली है। आइए जानें कि होली को लेकर वे क्या सोचते हैं :

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प्रत्यूषा बैनर्जी (बालिका वधू की आनंदी)
हमारे परिवार का दस्तूर है कि सभी सदस्य अपनी एक बुरी आदत को होली पर बाय-बाय कह देते हैं। मुझे आशा है कि सभी ऐसा इस होली पर करेंगे। यह मेरा पसंदीदा त्योहार है। मैं बचपन में प्रह्लाद और हिरण्यकश्यप की कहानी खूब सुना करती थी। मुझे वो हिस्सा बेहद पसंद है जहां प्रह्लाद की भगवान विष्णु पर आस्था होने के कारण रक्षा हो जाती है और दु‍ष्ट होलिका लपटों के हवाले हो जाती है। आप सभी को होली की शुभकामनाएं।

शशांक व्यास (बालिका वधू के जग्या)
होली मुझे बचपन से पसंद है। उज्जैन का रहने वाला हूं और वहां पर होली खेलना, दोस्तों के साथ मस्ती करना, गुझिया की दावत उड़ाना बेहद पसंद है। किस्मत से इस साल मुझे अपने दोस्तों के साथ होली मनाने के लिए वक्त मिलेगा। रंगों का यह त्योहार आपस के सारे भेदभाव भूलाने के लिए है। आप भी ‍अपने प्रियजनों के साथ जमकर होली खेलिए।

शोएब इब्राहिम (ससुराल सिमर का के प्रेम)
एक बार मथुरा की होली देखना चाहता हूं जहां कई तरीकों से और कई दिनों तक होली मनाई जाती है। यह ऐसा त्योहार है जिसके मधुर पल लंबे समय तक याद रहते हैं। मैं अपने सभी प्रशंसकों को रंगो के इस त्योहार पर शुभकामनाएं देता हूं।

समीर सोनी (परिचय के कुणाल चोपड़ा)
मैंने हमेशा सुरक्षित और पर्यावरण हितैषी होली खेलने पर यकीन किया है। मैं सूखी होली खेलना पसंद करता हूं क्योंकि पानी बर्बाद करना मुझे अच्छा नहीं लगता। रंग भी वही इस्तेमाल करता हूं जो त्वचा को किसी तरह का नुकसान ना पहुंचाए। मैं सभी को सुरक्षित और सुखद होली की शुभकामनाएं देता हूं।

आकांक्षा सिंह (ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा की मेघा व्यास)
होली की सबसे खास बात है पकोड़े और ठंडाई। इनके नाम से ही मुंह में पानी आ जाता है। अपने घर पर मैं ही सबके लिए ठंडाई बनाती हूं, जिसमें थोड़ी भांग भी होती है। मुझे याद है कि जब मैं बच्ची थी तब मैंने भांग देखी थी। हम इसे चुराने की कोशिश करते थे, लेकिन पकड़े जाते थे।

कुणाल करण कपूर (ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा के मोहन)
होली के नाम से ही मुझे रंग, मिठाइयां, मधुर गानें, डांस और छत पर खड़े होकर बाल्टी से पानी फेंकना याद आते हैं। इस साल ‘ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा’ के सेट पर होली मनाऊंगा। बाद में दोस्तों के साथ मस्ती करने की प्लानिंग है। वैसे इस साल मैं सूखी और सुरक्षित होली खेलूंगा। सभी को मैं यही सलाह देना चाहता हूं।

टीना दत्ता (उतरन की इच्छा)
जिंदगी के रंग, खुशी के रंग, प्यार के रंग और वे सारे दूसरे रंग जो आप जिंदगी में भरना चाहते हैं, होली आपको वो अवसर उपलब्ध कराता है। मेरा पूरा परिवार होलिका दहन मिलकर करता है। जिसके बाद पूजा और अन्य रस्में पूरी की जाती हैं। रंगपंचमी को भी हम धूम मचाते हैं। इस त्योहार का इंतजार मुझे हमेशा रहता है।

कीर्ति नपूरे (परिचय की सिद्धी)
होली का नाम सुन मुझे मेरा बचपन याद आ गया। परिवार में सबसे शरारती बच्ची होने के नाते मैं अपने भाई-बहन और परिवार के अन्य सदस्यों को सोते समय रंग लगा दिया करती थी। होली के पहले से स्कूल नहीं जाने के बहाने बनाया करती थी जाकि घर पर अतिरिक्त मौज-मस्ती कर सकूं। भले ही मैं अपने परिवार से दूर हू, लेकिन इसकी भरपाई दोस्तों के साथ करूंगी। अपनी स्टाइल से होली मनाऊंगी।

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