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रोमांचित हुए देशी-विदेशी सैलानी

थर्टी फस्ट की रात हुई बर्फबारी

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नए साल के आगमन के साथ ही पहाड़ों में मौसम ने जोरदार करवट बदली है। दो दिन पहले तक जहां पहाड़ों में चटक धूप खिली हुई थी वहीं नए साल के आखिरी दिन देर रात हुई बारिश के बाद पहाड़ों में ठंड बढ़ गई है। देहरादून, नैनीताल, अल्मोड़ा, मुनस्यारी सहित कुमांऊ के ऊंचाई वाले स्थानों पर जहां थर्टी फस्ट की देर रात बारिश के साथ ही बर्फबारी भी हुई है। वहीं गढ़वाल के ऊंचाई वाले इलाकों गरुड़चिला, हनुमान चट्टी, गंगोत्री, यमुनोत्री सहित अनेक स्थानों पर द्रानिवार रात बर्फबारी होने के समाचार मिले हैं।

देर रात हुई बारिश के बाद से पहाड़ों में ठंडक बढ़ गई है। कई स्थानों पर तो रविवार को भी धुंध छाई रही। पहाड़ों में नए साल का स्वागत करने देश-विदेश से पहुंचे सैलानियों को इस बार भी निराश नहीं होना पड़ा। मौसम की पहली बर्फबारी ने सैलानियों का अपने अंदाज में किया। देश-विदेश से नए साल का जश्न मनाने पहुंचे पर्यटकों का स्वागत देर रात हुई हल्की बारिश और उसके बाद हुई बर्फबारी से हुआ।

शनिवार सुबह तक पहाड़ों में मौसम खिला हुआ था लेकिन हर साल की तरह इस बार भी थर्टी फस्ट को बर्फबारी की आस कर रहे पर्यटकों को निराश नहीं होना पड़ा और हर साल ही तरह इस बार भी साल की पहली बर्फबारी वर्ष के आखिरी दिन हो ही गई।

मौसम की पहली बर्फबारी और बारिश से पर्यटकों के साथ ही किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं। लंबे समय से बारिस के इंतजार में बैठे पहाड़ के काश्तकारों को मौसम की पहली फुआरों ने राहत दी है। हालांकि यह बारिश पहाड़ के कई नीचे स्थानों तक पहुंची लेकिन जानकार मान रहे हैं कि जल्दी ही पहाड़ों में और बारिश होगी।

पहाड़ों में हुई बर्फबारी के बाद मैदानों में भी रविवार को धुंध छाई रही। हरिद्वार, देहरादून, हल्द्वानी और ऊधमसिंह नगर में पहाड़ों में हुई बारिश के बाद मौसम ने करवट बदल दी है। इन क्षेत्रों में धुंध के साथ ही ठंड भी बढ़ गई है। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि जनवरी का महीने में उत्तराखंड में बारिश के साथ ही बर्फबारी होने के भी प्रबल आसार हैं।

थर्टी फस्ट की रात हुई बारिश के बाद जिस तरह से पहाड़ों में ठंड बढ़ गई है। उससे इस बात के आसार भी बनने लगे हैं कि जनवरी के आखिरी हफ्ते में होने वाला मतदान भी निश्चित रूप से प्रभावित होगा। पहाड़ी जिलों के ऊंचाई वाले स्थानों पर स्थित 100 से अधिक मतदान केन्द्रों के लिए हालांकि चुनाव आयोग विशेष व्यवस्था करने की बात कह रहा है जिसके तहत मतदानकर्मियों को हेलीकाप्टर से मतदान स्थलों तक पहुंचाने के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी।

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