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अब तो जानलेवा बन गए गड्ढे

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देवास , गुरुवार, 1 दिसंबर 2011 (01:00 IST)
आँखों से छलकते आँसू और होठों से निकली आहें सड़कों की बदहाली को कोस रहे थे। खुद को जिम्मेदार कहने वाले जनप्रतिनिधियों से घायल शरीर यही सवाल कर रहे थे कि क्या गुनाह था उनका। जिस माँ ने अपनी गोद में बेटे का सिर रखकर दूध पिलाया था, आज उसी गोद में उसका शव रखा था। रोते-बिलखते परिजन यही कहकर खुद को सांत्वना दे रहे थे कि होनी को भला कौन टाल सकता है, लेकिन आँखों से निकले आँसू बार-बार यही सवाल पूछ रहे थे कि कब तक सड़कों के गड्ढे लोगों की जान लेते रहेंगे।


हादसे की भयावहता का यह नजारा था बुधवार को जिला अस्पताल का। दरअसल टोंककलाँ में सुबह साढ़े नौ बजे एक बस पलट गई। इसमें दो युवक चल बसे व 18 लोग घायल हो गए। इनमें एक की हालत गंभीर है, जिसे इंदौर रैफर किया गया है। बताया जाता है कि शिवशक्ति ट्रैवल्स की बस (एमपी 41 पी 0305) शाजापुर से चलकर इंदौर जा रही थी। इस बीच टोंककलाँ में प्रवेश करते ही अचानक संतुलन बिगड़ा और वह अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे कई लोग खिड़कियों व दरवाजों में से बाहर गिर गए जबकि एक युवक बस के पिछले पहियोंतले दब गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही भीड़ लग गई और बड़ी संख्या में लोग बचाव कार्य के लिए दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही पुलिस बल भी वाहन लेकर आ पहुँचा और घायलों को जिला अस्पताल रवाना किया। हादसे में शाजापुर निवासी विशाल पिता मदनलाल भावसार (20) व निलेश पिता गोवर्धनलाल (25) निवासी खरेली की मौत हो गई जबकि विजय पिता संतोष पटेल (28) निवासी रतनखेड़ी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इंदौर रैफर किया गया है। शेष घायल जिला अस्पताल में भर्ती हैं।


ये हुए घायल-

घायलों के नाम हैं- रईस पिता इमाम (22) निवासी झोंकर, दिनेश पिता हरिसिंह (25) निवासी आलरी, रईस पिता नजीर खाँ (30) निवासी नई आबादी मक्सी, ज्योति पति किशोर पटेल (27) निवासी पाड़ल्या, किशोर पिता सुखराम पटेल (32) निवासी पाड़ल्या, अमरसिंह पिता कालूजी (40) निवासी बंडवा, साजिद पिता सत्तार खांँ (35) निवासी झोंकर, सईद पिता मुनाफर खाँ (45) निवासी झोंकर, विजय पिता संतोष पटेल (28) निवासी रतनखेड़ी, गोपाल पिता माँगीलाल प्रजापत (36) निवासी झोंकर, इजराहक पिता इस्माईल (22) निवासी झोंकर, ओमप्रकाश पिता रामलाल (60) निवासी कनासिया इंदौर, कांताबाई पति राधेश्याम (50) निवासी सुखलिया इंदौर, गीताबाई पति गोवर्धन (45) निवासी विकास नगर देवास, कांताबाई पति मोहनलाल (42) निवासी होल्कर कॉलोनी इंदौर, आशिक पिता रफू खाँ (35) निवासी झोंकर, आबिद पिता कमरुद्दीन (22) निवासी खेड़ा माधोपुर और जयराम पिता चंपालाल चौधरी (37) निवासी झोंकर।


अचानक बीचोंबीच आ गया बड़ा-सा गड्ढा

हादसे का कारण सड़क पर हुए गड्ढों को बताया जा रहा है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि बस तेज गति से आ रही थी, तभी बीचोंबीच बड़ा-सा गड्ढा आ गया। इससे बचने के चक्कर में चालक का संतुलन बिगड़ गया और बस पलट गई। अस्पताल आए घायलों ने भी यही बात कही। हादसे की सूचना मिलते ही दोनों प्रमुख दलों के जनप्रतिनिधि दौडे चले आए और बचाव कार्य में सहयोग किया। हालाँकि गड्ढों की मरम्मत की बात किसी ने नहीं कही।


शव को देखकर सिहर उठे

बस पलटने के कारण यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। अंदर फँसे यात्रियों ने खिड़की के काँच फोड़कर बाहर निकलने का प्रयास किया, जिससे वे लहूलुहान हो गए। इसी बीच लोगों की नजरें बस के पिछले पहियों की ओर गई, जिसमें विशाल भावसार दबा हुआ था। उसके पिचके शव को देखकर लोग सिहर उठे। बाद में जेसीबी की मदद से टायर को कुछ ऊपर उठाकर शव को खींचकर बाहर निकाला गया। दबने के कारण मृतक का मुँह बुरी तरह बिगड़ गया था। वहीं मृतक निलेश का शरीर भी दुर्घटना के कारण लहूलुहान हो गया था। -निप्र


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