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ऐसी पूड़ियाँँ कैसे खाएँगे बच्चे

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खरगोन , बुधवार, 16 नवंबर 2011 (01:08 IST)
छोटे-छोटे बच्चों को ऐसी पुड़ियाँ परोसी जा रही हैं जिसे बड़े भी खा ना पाएँ। इन पुड़ियों को देखकर बताएँ क्या इन्हें बच्चे खा सकते हैं। ये पुड़ियाँ शहर के विभिन्ना आँगनवाड़ियों से लाई गई हैं। पूड़ियों के साथ ही परोसी जाने वाली अन्य सामग्री की स्थिति भी ऐसी है। जनसुनवाई में आई इस शिकायत पर अपर कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी को तलब किया और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।


यह शिकायत समाजसेवी रियाजुद्दीन शेख के नेतृत्व में पहुँचे नागरिकों ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान अपर कलेक्टर अशोक शर्मा से की। श्री शेख ने बताया कि शहर की एक संस्था द्वारा लगभग 70 आँगनवाड़ियों में इस तरह का भोजन परोसा जा रहा है। मंगलवार को पठानवाड़ी स्थित दो आँगनवाड़ी केंद्रों में पंचनामा भी बनाया गया है। इस मामले में तत्काल कार्रवाई कर दोषियों को दंडित करने तथा खाद्य सामग्री की गुणवत्ता में सुधार लाने की माँग की गई। अपर कलेक्टर श्री शर्मा ने तुरंत महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी एलएन कड़वाल को तलब किया और ावश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। मंगलवार को जनसुनवाई में कुल 72 आवेदन पत्र आए, जिन्हें निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को भेजा गया।


अभद्र व्यवहार का आरोप

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेड़िया (बड़वाह) में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी आवेदन सौंपा। उन्होंने संस्था में पदस्थ संविदा चिकित्सक पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। आशा कार्यकर्ताओं से मारपीट का आरोप भी लगाया गया। उन्होंने उल्लेख किया कि इनके विरुद्ध बेड़िया चौकी व अजाक थाना खरगोन में शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही। चिकित्सक की नियुक्ति की जाँच की माँग भी की गई। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आवेदन में उल्लेख किया कि यदि चिकित्सक को हटाया नहीं गया तो तीन दिन बाद वे कार्य बंद कर देंगे।


अतिक्रमण से दिलाएँ मुक्ति

शहर के वल्लभ नगरवासियों ने बताया कि कॉलोनी की गली नंबर 2 में लगभग 50 मकान हैं। कुछ लोगों द्वारा निर्धारित सीमा से आगे बढ़कर मार्ग पर अतिक्रमण कर लिया गया है। इससे आवागमन में परेशानी हो रही है। मौखिक रूप से कई बार निवेदन करने के बाद भी अतिक्रमण हटाया नहीं जा रहा। ऋषिका नगर में निवास करने वाली पूर्व पार्षद रूबिना बेग मिर्जा ने एक भूखंड पर जमा गंदे पानी को निकलवाने की माँग की। उन्होंने आवेदन में उल्लेख किया कि मकानों का गंदा पानी पिछले दो-तीन माह से इस भूखंड पर जमा हो रहा है। इससे बदबू के साथ मच्छरों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कई बार नगर पालिका कार्यालय में भी अवगत कराया गया, परंतु ध्यान नहीं दिया जा रहा है।


ग्राम पंचायत होदड़िया (महेश्वर) के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में जनसुनवाई में पहुँचे। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व सरपंच द्वारा ग्राम हीरापुर (वीरान) में 10 एकड़ भूमि पर पौधारोपण के साथ शासकीय कूप निर्माण करवाया गया था। देखरेख के अभाव में पौधे सूख गए। अब इस भूमि को खेती योग्य बनाकर कब्जा कर लिया गया है। इस कब्जे से तीन पंचायतों के मवेशियों के लिए चरनोई की भूमि नहीं बची है।


भ्रष्टाचार की शिकायत

ग्राम पंचायत समराज के ग्रामीणों ने सचिव पर योजनाओं में भ्रष्टाचार व मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की माँग की। वहीं सेगाँव विकासखंड की ग्राम पंचायत लेहकू के ग्रामीणों ने सरपंच व सचिव की शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच व सचिव द्वारा ग्रामीणों को शासन की हितग्राहीमूलक योजनाओं की जानकारी नहीं दी जाती। शासन की योजनाओं में अनियमितता व भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाकर जाँच की माँग की गई।


इन आवेदनों के साथ ही जनसुनवाई में सुरक्षा बीमा योजना की राशि दिलवाने, आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, बैंक से ऋण राशि उपलब्ध कराने, अवैध उत्खनन की रोकथान करने, आँगनवाड़ी खुलवाने, बिल वितरण समय पर करने आदि मामले भी आए। अपर कलेक्टर श्री शर्मा ने आवेदन पत्रसंबंधित अधिकारियों को भेजे।


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