नन्नू गुरु हत्याकांड के फरार 15 हजार रु. के इनामी आरोपी पूर्व पार्षद लाला त्रिपाठी उर्फ विश्वास ने नकली नाम से बैंकॉक की यात्रा की। उसका पासपोर्ट नेपाल में नहीं
बल्कि उत्तरप्रदेश से बना है। अब उसके खिलाफ पासपोर्ट एक्ट के
तहत प्रकरण पंजीबद्घ होगा। गिरफ्तारी के बाद लाला ने पुलिस को नेपाल से पासपोर्ट बनाने की जानकारी दी थी।
बुधवार को आईजी उपेन्द्र जैन ने इस मामले की समीक्षा की। आईजी के अनुसार आरोपी विश्वास त्रिपाठी के पासपोर्ट की हकीकत जानने के लिए एक पुलिस अधिकारी को मुंबई भेजा है, जिसने मुंबई एयरपोर्ट पर वहांॅ के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट (विदेश आने-जाने वालों का रिकॉर्ड रखने वाला विभाग) से जानकारी ली। पता चला कि अक्टूबर-2011 में आरोपी लाला त्रिपाठी उर्फ विश्वास पिता मनुदेव त्रिपाठी थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक गया तथा वहांॅ से वह 12 फरवरी 2012 को लौटा।
लाला बन गया लालू
आईजी के अनुसार आरोपी ने यह यात्रा लालू पिता मनुलाल के नाम से की। उसका पासपोर्ट उत्तरप्रदेश के उन्नाव में बना है। पासपोर्ट की छायाप्रति सहित रिकॉर्ड प्राप्त कर लिया गया है। गलत जानकारी के माध्यम से पासपोर्ट प्राप्त कर उसका उपयोग करना भारतीय पासपोर्ट एक्ट के तहत अपराध है। पर्याप्त दस्तावेज जुटाकर पुलिस प्रकरण दर्ज करेगी। लाला 12 मार्च तक महाकाल पुलिस की रिमांड पर है।
टीम को सौंपी जिम्मेदारी
समीक्षा के दौरान एसपी राकेश गुप्ता, एएसपी रायसिंह नरवरिया, सीएसपी डॉ. राजेश सहाय, संजय साहू, महाकाल टीआई श्री येवले, माधव नगर टीआई केके उपाध्याय व नीलगंगा टीआई अजय जैन मौजूद थे। आईजी श्री जैन ने दोनों सीएसपी तथा तीनों टीआई की एक टीम गठित कर उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है।
मददगारों को दबोचेगी पुलिस
19 दिसंबर 08 को नन्नू गुरु की हत्या हो गई थी। तब से लाला फरार था। टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह फरारी के दौरान लाला के स्थानीय व बाहरी मददगारों की तलाश करे। दोस्तों के जरिए पटनी बाजार के व्यापारियों से वसूली की जानकारी का भी सत्यापन होगा। पुलिस को भागसीपुरा में लाला द्वारा बनाई गई मल्टी में भी रुपए लेकर फ्लैट नहीं देने की जानकारी मिली है। उसका सत्यापन किया जा रहा है।