बच्चे जब बड़े होने लगते हैं तो उन्हें वित्तीय शिक्षा देना आवश्यक हो जाता है। वे आपका अनुकरण करके भी सीख जाएंगे, पर समय-समय पर उन्हें छोटी-छोटी बातें बताकर आप उन्हें अपने जिम्मेदार बनाने में मदद कर सकते हैं।
अपने बच्चों से आप कीमतों और उत्पादों की तुलना पर चर्चा करें। उन्हें भी किराने की दुकान पर अपने साथ ले जाएं, फिर धीरे-धीरे छोटे-मोटे सामान लाने के लिए उन्हें अकेले भेजें। इससे उनमें बाजार और पैसे की समझ पैदा होगी।
बच्चे जितनी जल्दी पैसों का प्रबंधन सीख जाएं, उतना अच्छा है। इस तरह वे जीवन का एक महत्वपूर्ण सबक सीखेंगे। जब वे वयस्क हो जाएंगे तो अपने आप स्मार्ट वित्तीय विकल्प (smart financial choices) बनाने लग जाएंगे।