मकर
यदि आपका जन्म 22 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच हुआ है तो सूर्य राशि के अनुसार आपकी राशि मकर है। आपकी राशि पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। कुंडली में शनि शुभ है तो शुभ होगा। शनि का दूसरे भाव में गोचर हो रहा है। बृहस्पति का चतुर्थ भाव में गोचर आपकी मदद करेगा। तीसरे भाव का राहु और नवम भाव का केतु भी मदद करेगा। इसी के चलते नौकरी और व्यापार में हालात पहले की अपेक्षा बेहतर होंगे। नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग भी हैं। कारोबार का विस्तार होगा। बृहस्पति के कारण विद्यार्थियों को मेहनत और एकाग्रता से आगे बढ़ने पर कुशलता बढ़ेगी और पढ़ाई में सफलता मिलेगी। यदि किसी के साथ अफेयर चल रहा है तो प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। वर्ष के मध्य तक बृहस्पति चौथे भाव में रहकर पारिवारिक जीवन में खुशियों को जन्म देंगे। इसके बाद पंचम भाव में बृहस्पति के गोचर से संतान संबंधी शुभ समाचार मिलेगा। आपको अपने परिवार को जोड़कर रखने के लिए प्रयास करने होंगे। यदि आप अविवाहित हैं तो विवाह होगा और यदि विवाहित हैं तो संतान के योग बन रहे हैं। शनि महाराज दूसरे भाव में पूरे वर्ष बने रहने के कारण आर्थिक रूप से आपको मजबूत बनाते रहेंगे। संपत्ति को लेकर विवाद हो सकता है। घर निर्माण, फैक्ट्री, मशीनरी के नवीनीकरण, आवास, गोदाम, शोरूम आदि के निर्माण की दृष्टि से आशाजनक है, आपको आसान शर्तों पर धन की व्यवस्था हो सकेगी। कुल मिलाकर आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इस वर्ष आपकी सेहत अच्छी रहेगी। आपको किसी लंबी बीमारी से राहत मिलेगी। यदि आपका जन्म का शनि अच्छा नहीं है तो इस वर्ष रक्त की कमी, आंतों से जुड़ी व्याधि, कब्जियत, गैस से जैसी परेशानी धीरे-धीरे उभरेगी। मकर राशिवाले आपको बता दें कि आपकी राशि पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है। आपकी राशि के स्वामी शनि देव दूसरे भाव में रहकर एकादश भाव को भी देखेंगे, बृहस्पति ग्रह चतुर्थ भाव में रहकर दशम भाव पर दृष्टि डालेंगे। इसका अर्थ है कि करियर और नौकरी में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। पदोन्नति के योग भी बनेंगे। तीसरे भाव में राहु के होने से आपमें पराक्रम रहेगा और किसी भी कार्य को करने में आप सक्षम रहेंगे। यह वर्ष आपको आपकी नौकरी में स्थापित करेगा। बस अहंकार से बचकर रहें। तीसरे भाव का राहु और नवम भाव का केतु भी मदद करेगा। नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग भी हैं। लेकिन यदि व्यापारी हैं तो तीसरे भाव का राहु व्यापार में चुनौती खड़ी कर सकता है। जोखिम से बचकर रहें, लेकिन शनि और बृहस्पति की स्थिति आपका साथ देगी। आप अपने व्यापार को पटरी पर लाने में कामयाब होंगे और अच्छा मुनाफा भी कमाएंगे। बेहतर होगा कि आप लापरवाही से बचकर रहें और व्यापार को बढ़ाने के संबंध में विचार करें। यदि आप मंगल के उपाय करते हैं तो व्यापार को गति मिलेगी। करियर, एजुकेशन से जुड़ें छात्रों वालों को बुध और शुक्र आपके पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे जिसके चलते पढ़ाई में मन लगेगा। आपकी योग्यता बढ़ेगी और आप अपनी पढ़ाई को नए आयाम तक पहुंचा पाएंगे। प्रतियोगी परीक्षा दे रहे हैं तो कड़ी मेहनत करना होगी क्योंकि राहु के कारण चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। आपकी एकाग्रता में कमी आ सकती है, लेकिन हिम्मत न हारे और मेहनत करते रहें। बृहस्पति के कारण विद्यार्थियों को मेहनत और एकाग्रता से आगे बढ़ने पर कुशलता बढ़ेगी और पढ़ाई में सफलता मिलेगी। बृहस्पति के उपाय करने से बेहतर समय आएगा। मकर राशि वालों को इस समयावधि में शनि के बीज मंत्र का जप करना या शनि स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। ज्योतिष की सलाह से नीलम या जमुनिया को अंगुली में धारण करना लाभकारी हो सकता है। कुल देवी और कुल देवता की उनके स्थान पर जाकर पूजा करने से लाभ होगा।