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पं. अशोक पंवार 'मयंक'
राहु का मीन राशि में गोचरीय भ्रमण कैसा रहेगा तथा इसका अन्य राशियों पर कैसा प्रभाव होता है, आइए जानते हैं-
जिस वर्ष राहु मीन राशि का होता है वह वर्ष---
आम जनता के लिए कष्टकारी रहेगा, अन्न संग्रह से लाभ होगा, अन्न में तेजी बनी रहेगी। चाँदी में मंदी, रुई में तेजी की संभावना रहेगी। बिजली गिरने से व्यक्तियों की मृत्यु की आशंका अधिक हो सकती है। गृह कलह पारिवारिक अशांति का कारण बन सकता है। बंगाल, उड़ीसा, बिहार में अशांति का कारण बनेगा। आपसी संघर्ष व लूटपाट आदि से भी अशांति संभव है। भारत की लग्न वृषभ है। राहु अतः एकादश भाव से राहु का भ्रमण अकस्मात खर्च का कारण बनेगा। शेयर बाजार में कभी अत्यधिक मंदी तो कभी तेजी का दौर भी रहेगा।
यह विद्वतजनों को यह कष्टकारी रहेगा, वहीं मूर्ख मौज मनाएँगे। राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी खर्च बढ़ेंगे। कहीं-कहीं भूकंप से जन-धन की हानि भी संभव है। आकस्मिक दुर्घटना के योग भी बनेंगे। चंद्र की जब-जब मीन पर स्थिति होगी, तब-तब मानसिक कष्ट, अकस्मात दुर्घटना के योग भी संभव हैं। भारत के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह की कुंडली से चतुर्थ भाव से राहू का भ्रमण मानसिक चिंता का कारण बनेगा, लेकिन राज पक्ष में कोई खतरे की बात नहीं रहेगी। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी के लिए थोड़ा कष्ट रहेगा, लेकिन उनका पराक्रम बढ़ेगा। माननीय अटलजी के लिए यह पीड़ादायक रहेगा, अतः उन्हें अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। शत्रु पक्ष प्रभावी होंगे।
अब देखें कि विशेष राशि पर इसके विशेष प्रभाव क्या होंगे-
मेष- मेष लग्न व राशि वालों के लिए बाहरी संपर्कों से सावधानी रखना होगी। यात्रा करते समय ध्यान रखें, आँखों में तकलीफ हो सकती है।
वृषभ- वृषभ लग्न व राशि वालों को अकस्मात धन लाभ व खर्चे भी रहेंगे। शेयर, सट्टा, लॉटरी से बचकर चलें। जोखिम के मामलों में सावधानी बरतें।
मिथुन- मिथुन लग्न व राशि वालों को राज्य पक्ष, नौकरी, शासकीय कार्यों, पिता के स्वास्थ्य आदि मामलों में सावधानी रखना होगी।
कर्क- कर्क लग्न व राशि वालों को धर्म, भाग्य, यश, मान-प्रतिष्ठा में कमी का कारण बनेगा। जब-जब चंद्र का साथ होगा, तब-तब विशेष सावधानी रखना होगी।
सिंह- सिंह लग्न व राशि वालों को खानपान में, स्वास्थ्य के प्रति, गुप्त चिंता, यश आदि के मामलों में सावधान रहना होगा। अकस्मात दुर्घटना भी संभव है।
कन्या- कन्या लग्न व राशि वालों के लिए पत्नी के मामलों में सावधानी रखना होगी। दैनिक व्यवसाय में सतर्कता बरतें, साझेदारी से बचें। आर्थिक मामलों में सतर्कता रखें।
तुला- तुला लग्न व राशि वालों को गुप्त शत्रु, मामा पक्ष आदि के मामलों में सावधानी रखना होगी। पैरों की तकलीफ, घुटनों में दर्द जैसी बीमारी हो सकती है।
वृश्चिक- वृश्चिक लग्न व राशि वाले अपनी संतान के मामलों में, विद्यार्थी अपनी पढ़ाई में, नौकरीपेशा लिखापढ़ी में सावधानी बरतें।
धनु- धनु लग्न व राशि वाले मकान, भूमि, माता, जनता से संबंधित कार्यों, स्थानीय राजनीति, संपत्ति के विवादों में सावधानी रखें। स्थानांतरण के योग भी बन सकते हैं।
मकर- मकर लग्न व राशि वाले मित्र, साझेदारी के मामलों में सावधानी बरतें। पराक्रम में कमी आएगी। अशुभ समाचार भी मिल सकता है।
कुंभ- कुंभ लग्न व राशि वालों को धन के मामलों में, वाणी में संयम बरतना होगा। कुटुम्बीजन अनावश्यक तनाव का कारण बनेंगे। अशुभ घटना भी घट सकती है।
मीन- मीन लग्न व राशि वालों के लिए मानसिक चिंता का कारण बन सकता है। सावधानीपूर्वक चलना होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आपको सलाह है कि यदि अशुभ परिणाम मिलने की संभावना हो तो महामृत्युंजय का मंत्र जाप स्वयं करें। ऐसा करने से अनिष्ट फलों से बचा जा सकता है। शत्रु भय हो तो बगुला मुखी का जाप और धन से संबंधित चिंता हो तो गायत्री मंत्र का जाप श्रेष्ठ रहेगा।