* मेष लग्न में लग्नाधिपति मंगल त्रिकोणाधिपति सूर्य पंचमेश होकर नवम् भाग्य भाव के मालिक शुक्र के साथ हो तो ऐसा जातक भाग्यवान योग होने से भाग्यशाली होता है।
* वृषभ लग्न में लग्न में शुक्र हो तो पंचमेश बुध व नवमेश शनि की युति हो तो भाग्यवन योग बनता है।
* मिथुन लग्न में बुध स्वराशि का भद्र योग बनाने के लिए और पंचमेश शुक्र व नवमेश शनि के साथ होने से ऐसा जातक व्यापारी होकर अच्छा लाभ पाता है और भाग्यवान होता है।
* कर्क लग्न में चंद्रमा पंचमेश मंगल के साथ गुरु होने पर भाग्यवान योग बनता है। मंगल कर्क में नीच का होगा लेकिन चंद्र साथ होने से नीच भंग होने के कारण मंगल का शुभ प्रभाव पड़ेगा।
* सिंह लग्न में सूर्य लग्न में होकर पंचमेश गुरु व भाग्येश मंगल के साथ हो तो ऐसा जातक महाप्रतापी होता है और विद्या के क्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त करता है। भाग्य निरंतर साथ देता है। तीनों ग्रह एक-दूसरे के मित्र होने के नाते भाग्यशाली योग में वृद्धि होती है।
* कन्या लग्न में बुध लग्नेश उच्च का होगा, वहीं शुक्र भाग्येश नीच का होगा और पंचमेश शनि मित्र राशि का होगा। शुक्र का बुध स्वराशिस्थ होने से नीच भंग होगा। ऐसे जातक हीरा पहने तो अच्छा परिणाम पाएँगे।
* तुला लग्न में लग्नेश शुक्र होगा तो लग्न में मालव्य योग बनने के साथ-साथ शनि पंचमेश व भाग्येश बुध के साथ होने से भाग्यशाली योग भी बनाएगा। ऐसा जातक इंजीनियर, कलाकार, चिकित्सक भी हो सकता है।
* वृश्चिक लग्न में मंगल स्वराशि का होकर रुचक योग बनाने के साथ पंचमेश गुरु व भाग्येश चंद्र के साथ होगा। ऐसे जातक मोती के साथ पुखराज पहनें तो अच्छा लाभ मिलेगा और भाग्य में वृद्धि होगी।
* धनु लग्न में लग्नेश गुरु हंस योग बनाएगा, जिसके साथ मंगल पंचमेश होकर सूर्य नवमेश के साथ होगा। गुरु प्रतिष्ठा देगा तो मंगल साहस देगा, सूर्य तेज देगा। इनके योग से ऐसा जातक महाभाग्यशाली होगा।
* मकर लग्न में शनि यश योग बनाएगा। इसके साथ ही मित्र गुरु जो पंचमेश होकर भाग्येश बुध के साथ होगा। सुंदर होने के साथ-साथ ऐसा जातक बुद्धिमान, भाग्यवान भी होगा। धन की कमी नहीं रहेगी और ऐसा जातक व्यवसाय के बजाए सर्विस में लाभ पाएगा।
* कुंभ लग्न में मकर लग्न के समान फल मिलेगा, लेकिन ऐसा जातक विदेश में रहकर या जन्मस्थान से दूर रहकर सफलता पाने वाला व भाग्यवृद्धि कारक होगा।
* मीन लग्न में गुरु जल तत्व की राशि, मीन में पंचमेश चंद्र जल तत्व हो और वृश्चिक का मंगल जो नवमेश जल तत्व का हो तो ये तीन साथ होंगे। ऐसा जातक गणितज्ञ, बैंककर्मी, सीए या अच्छा अधिवक्ता होकर लाभार्जन करने वाला भाग्यशाली होगा।