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क्यों है अमेरिका की चीन से युद्ध की तैयारी?

हमें फॉलो करें क्यों है अमेरिका की चीन से युद्ध की तैयारी?

BBC Hindi

, बुधवार, 15 अक्टूबर 2014 (12:55 IST)
- रुपर्ट विंगफील्ड हेज

आमतौर पर अमेरिका चीन के साथ बातचीत को वरीयता देता है, लेकिन अब यह साफ है कि अमेरिकी नौसेना चीन के साथ संभावित युद्ध की तैयारी कर रही है।


यूएसएस जॉर्ज वॉशिंगटन जंगी जहाज के फ्लाइट डेस्क (विमानों के ठहरने की जगह) पर होने वाली आवाज मैंने जिंदगी में कभी महसूस नहीं की थी।

मैं जहां खड़ा हूं वहां से कुछ फीट की दूरी पर 11 एफ/ए-18 हॉर्नेट कतार में लग रहे हैं। अमेरिकी नौसेना भविष्य में चीन से संभावित खतरों का सामना करने के लिए नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा ले रही है। तो अमेरिकी नौसेना चीन के साथ युद्ध की तैयारी क्यों कर रही है?

विस्तार से पढ़िए बीबीसी संवाददाता रुपर्ट विंगफील्ड हेज की खास रिपोर्ट..

पहले विमान का इंजन धीरे-धीरे तेज होती आवाज के साथ गरम होता है। इसके बाद 15 टन वजनी जेट सफेद भाप छोड़ते हुए डेक से किसी खिलौने की तरह आसमान में उड़ जाता है।

जब मैं जहाज के डेक पर कहता हूं कि 'अमेरिका चीन के साथ युद्ध की तैयारी कर रहा है' तो मैं अपने आयोजकों नौसेना के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों की घबराहट देख सकता था।

जनसंपर्क वाले कहते हैं कि 'अमेरिकी नौसेना किसी खास देश के साथ यु्द्ध की तैयारी नहीं कर रही है।' लेकिन 200 एअरक्रॉफ्ट और सारा साजो-सामान केवल आनंद के लिए नहीं है। यह उस अभ्यास की तैयारी है जिसे पेंटागटन 'हवाई समुद्री युद्ध' कहता है।

यह विचार 2009 में आया और यह खासतौर पर चीन से बढ़ते खतरे का सामना करने के लिए आया।

भविष्य की चुनौती : नौसेना के एक अधिकारी रियर एडमिरल मार्क मोंटगोमरी कहते हैं, 'हम अपने चुने हुए जल क्षेत्र में बिना किसी हस्तक्षेप के कार्रवाई करने में सक्षम होने की बात कहते हैं।'

अमेरिकी जहाजों को भविष्य में पानी, हवा, साइबर स्पेस और अंतरिक्ष से संभावित खतरों की जटिल चुनौती का सामना करना होगा।

वो कहते हैं, 'कुछ देशों के पास सेटेलाइट्स को हटाने या सेटेलाइट कम्युनिकेशन को सीमित करने की क्षमता है। इसलिए हमें संचार की गैरमौजूदगी वाले वातावरण में काम करने का अभ्यास करना है।'

'शांति का नारा' : पिछले दस सालों में चीन ने 'शांतिपूर्ण प्रगति' का नारा दोहराया है। जो पड़ोसी देशों को यह भरोसा दिलाने के लिए बनाया गया था कि चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति से उनको खतरा नहीं है।

लेकिन चीन में पिछले राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सत्ता में वापसी के बाद से काफी बदलाव हुआ है। चीन अब अपनी समुद्री सीमा के बाहर अपनी दावेदारी पेश कर रहा है। पूर्वी चीन सागर में जापान के नियंत्रण वाले सेनकाकू (या डिओयू) द्वीप के पास चीनी जहाज सक्रियता से गश्त कर रहे हैं।

मोंटगोमरी कहते हैं दक्षिणी चीन सागर, पूर्वी चीन सागर, फिलीपींस सागर क्षेत्र में अमेरिकी नौसेना अच्छी भूमिका निभा रही है। वह एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी नौसेना पिछले 70 सालों से मौजूदगी और सुरक्षा-स्थायित्व की दृष्टि से अमेरिकी नौसेना की भूमिका अहम होने की बात करते हैं।

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