Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

बरसात में करें पैरों की खास देखभाल, जानें 5 टिप्स

हमें फॉलो करें बरसात में करें पैरों की खास देखभाल, जानें 5 टिप्स
बारिश का मौसम जितना सुहाना और आनंद दायक होता है, उतनी ही स्वास्थ्य एवं सौंदर्य समस्याओं को लेकर आता है। इस मौसम में कई बार आपके पैर भी खराब होते हैं और उनकी खूबसूरती कम हो जाती है। इससे बचने के लिए आपको पैरों का विशेष ख्याल रखना होगा। जानिए कैसे -  
1  अपने पैरों को रोजाना दिन में तीन बार अवश्य धोएं। पैरों को गुनगुने साबुन वाले पानी से साफ करें। इसके बाद उन्हें ठंडे पानी से धोएं। पैरों को सूखे तौलिए से सुखाने के बाद फुट क्रीम लगाकर मसाज भी दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पैर मैले न रहें। 

 
समय-समय पर पैरों को धोते रहें। मैली जुराबों का प्रयोग न करें। यदि आप घर पर ही पैडीकेयर (पैडीक्योर) कर रहे हैं तो आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप जो उत्पाद इस्तेमाल कर रहे हैं  वे आपके पैरों को सूट कर रहे हैं या नहीं। पैरों को स्टोन से अच्छे से रगड़कर साफ करना चाहिए। उंगलियों के बीच में विशेष सफाई करें। 


webdunia


3  इस मौसम में एड़ियों को खासतौर पर रगड़कर साफ करें। उम्दा क्वालिटी के फुट स्क्रबर का इस्तेमाल करना चाहिए। सोने से पहले अच्छे से पैर धो कर ही बिस्तर पर जाएं। इसके साथ ही मॉइश्चराइजर भी अवश्य ही लगाएं, ताकि पैर नरम रहें। इस मौसम में नाखून भी ज्यादा लंबे नहीं रखने चाहिए। लंबे नाखून भी कई बीमारियों को न्यौता देते हैं। 
 
4  नाखूनों में गंदगी जमा हो तो बैक्टीरिया को निमंत्रण देते हैं। कभी ऐसा लगे कि पैरों में सूजन आ रही है तो फिटकरी के गर्म पानी में करीब 15 से 20 मिनट तक पैरों को डुबोकर रखें। यदि पैरों में ज्यादा सूजन हो तो एक सप्ताह में करीब 3 या 4 बार अवश्य ऐसा कर लें। इससे निश्चित ही पैरों की सूजन को आराम मिलेगा। यदि ज्यादा दिन तक आराम न हो तो डॉक्टर की सलाह लें। 
 
5  ज्यादा देर तक बारिश के पानी में पैर रहने से मोटे-मोटे दाने निकल आते हैं। यह देखने में छोटे लगते हैं लेकिन मांस के अंदर गांठ बन जाती है तो काफी दर्द देते हैं। पैर नीचे रखने में यह बहुत ज्यादा चुभते हैं। फोड़े फुंसियों की शुरूआत होते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इन टिप्स को अपना कर आप पैरों को तारोताजा एवं निरोगी रख सकते हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

प्रवासी साहित्य : बरसाती रात शहर की...