बेहद संतुलित और सधे हुए कदमों से चलते रणबीर कपूर ने यह साबित कर दिया है कि जीन्स में कपूर खानदान के पैतृक गुणों के अलावा भी उनकी एक अलग काबिलियत है। एक पेशेवर तथा कूटनीतिज्ञ के पूरे गुण उनमें हैं। यही कारण है कि अपने समकक्षों से वे अलग खड़े नजर आते हैं।
चॉकलेटी हीरो से लेकर फिल्म "राजनीति" के ग्रे शेड कैरेक्टर तक रणबीर ने किसी भी तरह के रोल को निभाने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई है। उनकी इस खूबी ने उनके अंदर के कलाकार को मांजने का काम किया है। अब "रॉकस्टार" और "बर्फी" के जरिए वे फिर कुछ अलग अंदाज में दर्शकों से रूबरू होने जा रहे हैं।
इम्तियाज अली द्वारा निर्देशित रॉकस्टार में रणबीर लंबे बालों वाली हेयरस्टाइल और कश्मीरी पहनावे के कारण चर्चा में हैं, तो अनुराग बसु की बर्फी में वे एक बधिर की भूमिका निभा रहे हैं। रॉकस्टार के लिए रणबीर ने बकायदा गिटार बजाना सीखा और बर्फी के लिए साइन लैंग्वेज। इन सबके अलावा वे अनुराग बसु द्वारा "किशोर कुमार" पर बनाई जा रही "बायोपिक" में अपनी भूमिका को लेकर भी चर्चा में हैं। इसके लिए भी वे बकायदा बंगाली सीख रहे हैं।
ममा नीतू सिंह कपूर की मानें तो रणबीर एक "गुड बॉय" हैं और उनकी यह खूबी परदे पर भी झलकती है। वे कहती हैं कि रणबीर मेहनती भी हैं और अपने हर रोल पर डटकर मेहनत करते हैं। इसके अलावा अच्छी स्क्रिप्ट को पहचानने का गुण भी उनमें है। यही कारण है कि वे इतनी बखूबी से कम समय में भी इतने अलग और अच्छे रोल पा सके।
खुद रणबीर से पूछे तो उनका कहना है- "मैं किसी भी एक भूमिका में बँध कर नहीं रह जाना चाहता। इसलिए एक साथ बहुत सारी फिल्में साइन करने से भी बचता हूँ। ताकि जो भी कैरेक्टर मैं कर रहा हूँ उसके साथ पूरा न्याय कर सकूँ।" मतलब कि उनके पिता के ठेठ रोमांटिक हीरो वाले गुण उनमें नहीं आए हैं..? "ऐसा नहीं है... रोमांस एक ऐसी चीज है जिसे देख-देख कर मैं बड़ा हुआ हूँ और जिसमें मैं काफी दिलचस्पी रखता हूँ। मेरे खयाल से अभी मैं उम्र के उस दौर से गुजर रहा हूँ जहाँ ऐसे विषय मुझे "अट्रैक्ट" करते हैं।
लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मैं केवल रोमांटिक भूमिकाओं में ही बँधकर रह जाऊँ।" कहते हैं रणबीर। तो यह उम्र का ही असर है कि रणबीर ने पिछले दिनों अपनी कुछ महिला "फैन्स" को रॉकस्टार का स्पेशल प्रीमियर देखने के लिए अपने बंगले पर बुला डाला और फैन्स के साथ रणबीर ने भी इसका पूरा मजा उठाया। असल में रणबीर फिल्म का फर्स्ट लुक "आम जनता" के साथ देखना चाहते थे और ऐसे में महिला फैन्स की कंपनी से बढ़कर भला क्या होता? वैसे भी टीन एजर्स से लेकर दादी-नानी तक रणबीर की फैन्स हैं। महिलाओं के प्रति इस आकर्षण के चलते ही क्या उनकी "लव-ब्रेकअप्स" की लिस्ट इतनी लंबी है?"
मुझे इस तरह की अफवाहें चिंता में डालती हैं। किसी भी लड़की, उसके परिवार और खुद मेरे परिवार के लिहाज से भी इस तरह की बातें "डिस्टर्ब" करने वाली होती हैं। इस तरह की बातों से लोगों के मन में उस व्यक्ति की गलत इमेज बन जाती है। फिर ऐसी अधिकतर बातें जो लोग पढ़ते हैं, वे मन से उपजाई हुई होती हैं। इसलिए मुझे सुबह का अखबार पढ़ने में डर लगता है। पता नहीं क्या लिखा हो उसमें। लोग मेरी निजी जिंदगी के बजाय मेरे काम के बारे में चर्चा करें तो ज्यादा अच्छा लगेगा।" रणबीर स्पष्ट करते हैं।
तो क्यूटी रणबीर अभी तो बर्फी बना रहे हैं और सफलता की मिठास के भी मजे ले रहे हैं। कपूर खानदान का खून और टैलेंट जाहिर है कि उनकी रक्त शिराओं का हिस्सा है ही, उस पर उनका अपना दिमाग भी काफी चलता है...सो ये सोचा जा सकता है कि सफलता के ये पैमाने यूँ ही बढ़ते चले जाएँगे।