'मुझे मामू (आमिर खान) ने सलाह दी थी कि अपना रास्ता खुद ढूँढो, खुद से हर चीज सीखने की कोशिश करो और मेहनत से पीछे मत हटो। मैं आज भी इस सलाह पर अमल कर रहा हूँ।'
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अपनी चॉकलेटी ब्वॉय वाली इमेज से ऊपर उठने की कोशिश कर रहे इमरान पर्दे पर पहली बार शादीशुदा आदमी की भूमिका निभाते दिखेंगे। करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म 'एक मैं और एक तू' में करीना के पति का रोल कर रहे इमरान ने इसके लिए बकायदा अपनी असल जिंदगी की शादीशुदा जिंदगी से भी कुछ अनुभवों का निचोड़ डाला है। इसके बाद वे विशाल भारद्वाज की फिल्म ' मतरू बिजली का मन डोला' में भी नजर आएँगे।
रणबीर कपूर के साथ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाले इमरान को भले ही रणबीर जैसा स्टारडम हासिल न हुआ हो लेकिन वे अपने काम से खुश हैं और अपने तईं मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
सुना जा रहा है कि इमरान को विशाल भारद्वाज की फिल्म में एक पहलवान का रोल करना है और इसके लिए उनसे वजन बढ़ाने को कहा गया था। इमरान अब न केवल वजन बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं बल्कि वे बकायदा रोज अखाड़े भी जा रहे हैं। बताया जाता है कि इस रोल को पहले अजय देवगन करने वाले थे लेकिन बाद में यह भूमिका इमरान की झोली में आ गिरी।
जहाँ तक बात 'एक मैं..' में शादीशुदा जिंदगी के सामंजस्य और समझदारी को डालने की है। इमरान मानते हैं कि अवंतिका (उनकी पत्नी) के साथ लंबे समय तक चली उनकी कोर्टशिप और अब वैवाहिक जिंदगी ने उन्हें इस कैरेक्टर को समझने में काफी मदद की है। अपने रिश्ते के कारण ही वे इस पात्र को अच्छी तरह निभा पाए। निजी जिंदगी में इमरान परीकथाओं जैसी प्रेम कहानियों पर बिलकुल विश्वास नहीं करते जहाँ सबकुछ कल्पना के इर्द-गिर्द घूमता है।
इमरान कहते हैं कि असल प्रेम कहानी वह है जहाँ दो लोग एक-दूसरे को उनके गुण-दोषों के साथ अपनाते हैं क्योंकि दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं होता। एक मैं और एक तू में इमरान की हीरोइन हैं करीना कपूर। करीना के साथ काम करना इमरान का सपना रहा है क्योंकि वे करीना के बड़े फैन हैं। इतने बड़े फैन कि उन्होंने 'एक मैं और एक तू' की शूटिंग के दौरान करीना के सैकड़ों फोटो खींच डाले। बकौल इमरान 'करीना बेहद खूबसूरत हैं।
जब भी मैं उनको कैमरे में से देखता था मुझे ऐसा महसूस होता था जैसे कैमरे को भी उनसे प्यार हो गया है।' कहा जाता है कि ये फोटोग्राफ्स इतने खूबसूरत थे कि करण जौहर ने इमरान को इनकी एक प्रदर्शनी लगाने की सलाह दे डाली और इमरान भी भविष्य में ऐसा करने के लिए तैयार हो गए।
देहली-बैली और मेरे ब्रदर की दुल्हन के बाद से इमरान की व्यस्तता और भी ़बढ़ गई है। साथ ही उनकी सफलता का प्रतिशत भी। लेकिन इमरान अब भी उतनी ही सहजता से काम कर रहे हैं। वे कहते हैं कि मुझे तो अभी बहुत कुछ प्रूव करना है। वे यह मानते हैं कि अगर आपने सफलता को सर चढ़ा लिया तो आप किसी भी चीज़ को फिर हल्के में लेने लगते हो और यह एटीट्यूड आपको धड़ से ज़मीन पर ला पटकता है। 'मुझे मामू (आमिर खान) ने सलाह दी थी कि अपना रास्ता खुद ढूँढो, खुद से हर चीज सीखने की कोशिश करो और मेहनत से पीछे मत हटो। मैं आज भी इस सलाह पर अमल कर रहा हूँ।' इमरान कहते हैं।
इस सबके अलावा अपने व्यस्ततम समय में भी एक और चीज़ है, जो इमरान को सुकून देती है और वो है गलियों में भटकते अवारा 'श्वानों' को खाना खिलाने और उनकी देखभाल करने का। सूत्रों की मानें तो इमरान इसके लिए बकायदा जमीन खरीदकर एक बसेरा इन मूक प्राणियों के लिए बनाने के बारे में गंभीरता से सोच रहे हैं।
निर्देशन के इरादे और पढ़ाई के साथ बॉलीवुड में आए इमरान को किस्मत ने हीरो बना दिया लेकिन निर्देशन करने का उनका इरादा अब भी अडिग है। वे नहीं जानते कि यह कब मूर्तरूप लेगा लेकिन वे डायेक्शन में हाथ जरूर आजमाएँगे।